बिहार विधानसभा में एक बार फिर हंगामा हो रहा है. विपक्षी विधायकों ने विधानसभा परिसर के भवन के बाहर एक समानांतर सदन बनाया है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक को इस समानांतर सदन का स्पीकर बनाया गया है और वह सदन का संचालन कर रहे हैं. महिला विधायक चूड़ियां दिखा रही हैं और विरोध कर रही हैं.
बिहार विधानसभा सभा मे सभी विपक्ष के विधायकों ने सदन का बहिष्कार किया है. विपक्ष पार्टियों में शामिल आरजेडी कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों ने कहा है कि जिस तरीके से कल सदन में पुलिस को बुलाकर विधायकों के साथ मारपीट की गई, उनके आरोपी पुलिस अधिकारियों पर जबतक कार्रवाई नहीं की जाती, तबतक वो सदन में नहीं जाएंगे.
क्या है पूरा मामला
बिहार विधानसभा में कल जमकर हंगामा हुआ था. कई विधायकों को जबरन घसीट कर बाहर निकाला गया था. आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह की तो पिटाई की गई, सीपीएम के सत्येंद्र यादव भी घायल हुए. किसी महिला विधायक का आरोप है कि कपड़े तक खींचे गए.
ये नौबत तब आई, जब पुलिस बिल को पास होने से रोकने के लिए स्पीकर विजय कुमार को विपक्षी विधायकों ने उनके चैंबर में ही बंधक बना लिया था. बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस बिल को विपक्ष ने काला कानून बताया तो मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक को लेकर गलतफहमी फैलाई गई.
बिहार विधानसभा में इस बवाल से पहले पटना की सड़कों पर भी सरकार और विपक्ष का दंगल दिखा. महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर विधानसभा घेराव को निकले RJD नेता तेजस्वी यादव और उनके कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस को पानी की बौछार और लाठियों का सहारा लेना पड़ा.
आरजेडी के इस प्रदर्शन को लेकर कोतवाली थाने में तेजस्वी और तेजप्रताप के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई. उसमें जगदानंद सिंह, श्याम रजक और अब्दुल बारी सिद्दीकी समेत कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम भी शामिल हैं.