पॉवर कारपोरेशन ने उपभोक्ताओं को धीरे से दिया जोर का झटका


वाराणसी (काशीवार्ता)। देश में सबसी महंगी विद्युत दरें तथा तेज चलते मीटर के बाद पावर कारपोरेशन ने विद्युत उपभोक्ताओं की जेबें खाली करने के लिए नया पैंतरा इजाद किया है। 20-30 साल पहले से जो उपभोक्ता विद्युत इस्तेमाल कर रहे हैं तथा बिना डिफाल्ट बिजली का बिल भी जमा करते आ रहे हैं। उनसे विभाग अब अतिरिक्त सिक्योरिटी धनराशि जमा करवा रहा है। यह धनराशि तीन महीने के औसत बिल के बराबर होनी चाहिए। उदाहरणस्वरुप अगर किसी उपभोक्ता का औसत मासिक बिल 5 हजार रुपये है तो सिक्योरिटी के रुप में 15 हजार जमा करने होंगे। यह धनराशि कनेक्शन लेते समय जमा की गयी सिक्योरिटी में समायोजित कर दी जायेगी तथा जब कभी उपभोक्ता पीडी यानी स्थायी विद्युत विच्छेद करायेगा, वापस कर दी जायेगी। उपभोक्ता विद्युत विभाग के इस नये फरमान से हैरान हैं। एक तरफ जहां दिल्ली जैसे महानगर में प्रति यूनिट विद्युत दर, मासिक किराये व 200 यूनिट तक विद्युत बिल से माफी का तोहफा सरकार ने दिया है वहीं उत्तर प्रदेश में पावर कारपोरेशन उपभोक्ताओं को लगातार बिजली के झटके दे रहा है। गनीमत है कि यह मार 5 किलोवाट के उपर के उपभोक्ताओं पर पड़ी है। यानी इस फरमान से मध्यम वर्ग के उपभोक्ता सर्वाधिक प्रभावित होंगे।