वाराणसी(काशीवार्ता)। बनारस में सदियों से लक्खा मेलों की परंपरा रही है जिसका अर्थ था उसमें लाख से अधिक भक्तों की भीड़ उमड़ती थी। इसी क्रम में कल से त्रिदिवसीय लक्खा मेले रथयात्रा का शुभारंभ हुआ जिसमें भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र, व बहन सुभद्रा रथारूढ़ होकर विराजते हैं। इस मेले में एक और उल्लेखनीय तथ्य यह है कि काशीवासियों व बनारस के हलवाई समाज का प्रतिनिधित्व करते राजबंधु परिवार द्वारा भोर में पूजा के पश्चात प्रात: 5 बजे सबसे पहले उनके लिए विशिष्ट प्रसाद का भोग चढ़ाया जाता रहा है जिसे बाद में भक्तों में वितरित किया जाता है। इसी पुरातन परंपरा का निर्वहन परिवार के स्व. मथुरा प्रसाद तत्पश्चात उनके सुपुत्र स्व. राजकिशोर गुप्त ने किया और इसी क्रम में श्री राजबंधु के वर्तमान संचालक राजीव गुप्ता, उनके सुपुत्र चंदन गुप्ता व उनकी माता व पत्नी ने कल प्रात: किया। इस परिवार द्वारा परंपरानुसार आज भी प्रसाद अर्पित किया गया व कल भी किया जायेगा। राजीव गुप्ता ने बताया कि इस विशिष्ट प्रसाद में खाझा, माठ, खुरमा, बालूशाही, मैसूरपाक व केसरिया पिस्ता, बादाम आदि मेवायुक्त नानखटाई का सबसे पहले प्रसाद भोग अर्पित किया जिसे बाद में श्रद्धालुओं व ग्राहकों आदि में यह वितरित किया गया।