(राजेंद्र जायसवाल )
वाराणसी (काशीवार्ता)। पद्म विभूषण पं छन्नूलाल मिश्र की बेटी की करोना के इलाज में लापरवाही के चलते हुई मौत के मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर गुरुवार की दोपहर लखनऊ से आई डाक्टरों की 5 सदस्यीय टीम ने शिवप्रसाद गुप्त अस्पताल के मेडिकल बोर्ड व आरोपित डाक्टर को बैठा कर गहन जांच पड़ताल की ।
जानकारी के मुताबिक पं छन्नूलाल मिश्र की बेटी को बीते दो माह पूर्व मैदागिन स्थित एक नर्सिंग होम मे करोना से ग्रसित दशा मे परिवार वालों ने भर्ती कराया था । जहां उसकी ईलाज के दौरान मौत होने पर मृतका की बहन समेत अन्य लोगों ने अस्पताल मे हंगामा मचाते हुए नर्सिंग होम के डाक्टरों पर ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने मे तहरीर दी थी। इस पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मेडिकल बोर्ड गठित कर जांच का आदेश शिवप्रसाद गुप्त अस्पताल के मेडिकल बोर्ड की दी गई । बाद में सी एम ओ डा. वी. बी. सिंह ने दोबारा मुकम्मल जांच रिपोर्ट डी एम को भेजी थी ।जिसमें उक्त निजी नर्सिंग होम को क्लीन चिट दे दी गई थी । लेकिन श्री मिश्र व उनका परिवार उस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं था । विदित हो कि बीते माह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वाराणसी आगमन पर श्री मिश्र ने सर्किट हाउस में स्वयं मुख्यमंत्री से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। इस पर सी एम ने मृतका की सभी पत्रावली का कमिश्नर से तहकीकात करने के उपरांत जांच के आदेश दिए। यह जांच शुरू की गई, जो गुरुवार को रात नौ बजे तक चली । अस्पताल सूत्रों की माने तो जांच मे लापरवाही के कुछ तत्थों पर जांच टीम ने प्रश्न चिन्ह लगये है? मंडलीय अस्पताल के मेडिकल वोर्ड में शामिल डा.एके सिंह , फिजिशियन ,सर्जन डा.प्रभात कुमार , ई एन टी व आर्थो के डाक्टरों से गहन पूछताछ की गई है । लखनऊ की टीम ने पं छन्नूलाल मिश्र के भी पक्ष को जाना । जांच अभी जारी है । इस बाबत प्रमुख अधीक्षक डा.प्रसंन्न कुमार ने बताया की लखनऊ से 5 सदस्यीय डाक्टरों की टीम ने रात नौ बजे तक पत्रावली व मेडिकल बोर्ड के डाक्टरों से पूछताछ की है ।