लोक कल्याण व समाज को जागृत करना ही पत्रकारिता का हो उद्देश्य


वाराणसी(काशीवार्ता)। पत्रकारिता का अर्थ केवल खबरों का सम्प्रेषण करना ही नहीं, बल्कि लोककल्याण एवं समाज का जागरण भी करना है।भारत की जनता ने पत्रकारिता पर विश्वास कर उसे जो सम्मान दिया उसके फलस्वरूप इसे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा गया। भारत को आत्महीनता का शिकार बनाना, गौरव को क्षीण करना यह जब हो रहा हो तब पत्रकारिता की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है और तब नारद हमारे प्रेरणा स्त्रोत के रूप में सामने आते हैं। उक्त विचार कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय, रायपुर-छत्तीसगढ़ के कुलपति प्रो.बलदेव भाई शर्मा ने व्यक्त किये। प्रो. शर्मा मंगलवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के महामना सभागार (संगोष्ठी संकुल) में विश्व संवाद केन्द्र काशी द्वारा अयोजित आद्य पत्रकार देवर्षि नारद जयन्ती एवं पत्रकार सम्मान समारोह के दौरान “आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में पत्रकारिता की भूमिका” विषयक संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने के लिए काशीवार्ता के सम्पादक सुनील सिंह, सम्पादक विजयलक्ष्मी सिंह, अनिरुद्ध पाण्डेय, छायाकार उत्तम राय चौधरी, पुरुषोत्तम चतुवेर्दी, वरिष्ठ पत्रकार अजय श्रीवास्तव एवं आशुतोष उपाध्याय को सम्मानित किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से नागेन्द्र द्विवेदी, प्रो. बिशन किशोर, राघवेन्द्र, डॉ. अत्रि भारद्वाज, श्याम जी, डॉ.धर्मेन्द्र सिंह, डॉ.अशोक सोनकर, काशी विभाग प्रचारक कृष्णचंद्र, अमित प्रकाश, रविकांत, नीतिन जी, आशीष आशु आदि लोग उपस्थित रहें। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक डॉ. हरेन्द्र राय ने किया, जबकि संचालन डॉ.धीरेन्द्र राय ने किया।