टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा का बल्ले से फ्लॉप शो जारी है. जब सीरीज के पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने 420 रनों का लक्ष्य दिया, तो फैंस को रोहित से बड़ी पारी की उम्मीद थी. लेकिन रोहित दूसरी पारी में भी महज 12 रन बनाकर चलते बने. रोहित स्पिनर जैक लीच की गेंद पर चकमा खा बैठे और बोल्ड हो गए.
चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में भी रोहित सस्ते में (6 रन) लौट गए थे. उन्हें जोफ्रा आर्चर ने अपना शिकार बनाया था. रोहित के आउट होने के तरीके पर भी क्रिकेट विशेषज्ञ सवाल खड़े कर रहे हैं.
रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी दो टेस्ट मैचों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. उन्होंने सिडनी टेस्ट में 26 और 52 रनों की पारियां खेली थीं. ब्रिस्बेन में आखिरी टेस्ट में रोहित ने 44 और 7 रनों का योगदान दिया था.
रोहित पिछले 8 टेस्ट पारियों महज 174 रन बना पाए हैं. इस दौरान उनके खाते में सिर्फ एक अर्धशतक है. रोहित के बल्ले से आखिरी शतक अक्टूबर में 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ आया था, जब उन्होंने रांची टेस्ट में डबल सेंचुरी (212 रन) लगाई थी.
रोहित शर्मा ने अपना टेस्ट करियर की शुरुआत 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ की थी. कोलकाता में डेब्यू करते हुए रोहित ने 177 रन बनाए थे. दूसरे टेस्ट में भी उन्होंने नाबाद 111 रन बनाए थे. इसके बाद रोहित मिडिल ऑर्डर में लगातार फेल होते चले गए. जबकि सीमित ओवरों के क्रिकेट में रोहित बतौर ओपनर लगातार बढ़िया प्रदर्शन कर रहे थे.
2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ विशाखापत्तनम में रोहित पहली बार टेस्ट मैचों में ओपनिंग करने उतरे. उन्होंने उस टेस्ट में 176 और 127 रनों की पारी खेली थी. रोहित ने पूरी टेस्ट सीरीज में एक दोहरे शतक सहित तीन शतक जड़े थे. तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में रोहित सबसे ज्यादा 529 रन बनाकर मैन ऑफ द सीरीज रहे थे.
रोहित शर्मा ने 35 टेस्ट मैचों में अब तक महज छह शतक जड़े हैं. इसके उलट रोहित का वनडे करियर है, जहां उनकी गूंज सुनाई देती है. रोहित ने वनडे मैचों 29 शतकों के साथ नौ हजार से ज्यादा रन बनाए हैं. रोहित वनडे मैचों में तीन दोहरे शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं. रोहित शर्मा का मौजूदा टेस्ट फॉर्म टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय है.