अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ “मास्को के यूक्रेन के खिलाफ पूर्व नियोजित, अकारण और अनुचित युद्ध” के बारे में बात की। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक बयान में कहा, “दुनिया यह देख रही है कि कौन से देश स्वतंत्रता, आत्मनिर्णय और संप्रभुता के बुनियादी सिद्धांतों के लिए खड़े हैं।”
नेड प्राइस के बयान में रूस की आक्रमकता पर निशाना साधते हुए यह भी चेताया गया कि मॉस्को अपनी इस कदम के कारण पएक बड़ी कीमत चुकाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पूरी दुनिया इस समय रूस की आक्रमकता के खिलाफ एक जुट होकर खड़ी हुई है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने भी कहा कि वांग ने ब्लिंकन से फोन पर बात की। अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान के अनुसार, वांग ने “संयुक्त राज्य अमेरिका, नाटो, यूरोपीय संघ और रूस को समान स्तर पर बातचीत में शामिल होने, वर्षों से जमा हुए विरोधाभासों और समस्याओं का सामना करने और ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित किया। रूस के सुरक्षा वातावरण पर नाटो के निरंतर पूर्व की ओर विस्तार का नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को पोलैंड के अधिकारियों द्वारा स्थापित एक स्वागत केंद्र का दौरा किया, जो कभी यूक्रेन के साथ लगी सीमा के करीब कोरचोवा में एक शॉपिंग मॉल हुआ करता था। वहां लगभग 3,000 शरणार्थियों ने अपनी मातृभूमि पर रूसी आक्रमण के बाद शरण ले रखी है। अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने माताओं और उनके बच्चों से उनकी लंबी और जोखिमभरी यात्रा की कहानी सुनी। ब्लिंकन से 12 साल की वेनेरा अहमदी ने कहा, ‘‘हमने अपने घर के पास बम विस्फोटों की आवाज़ सुनी।’’ उसने कहा कि वह अपने भाई और बहन, छह कुत्तों और सात बिल्लियों के साथ यूक्रेन की राजधानी कीव से 600 किलोमीटर अधिक दूर आयी थी। उसने बताया, ‘‘हम सीमा की ओर चलते गए, मुझे नहीं पता कि हम कितने घंटे चले। हमने पैदल ही सीमा पार की।’’
वेनेरा की 16 वर्षीय बहन, जैस्मीन ने कहा, ‘‘मुझे यह डर सता रहा था कि मैं मर जाऊंगी।’’ नतालिया कादिग्रोब (48) अपनी चार दत्तक संतान के साथ जर्मनी स्थित अपने भाई के घर जाने के लिए क्रोपिव्नित्स्की से लगभग 800 किलोमीटर बस से सफर कर इस केंद्र पर पहुंची, जबकि उसके पति साथ नहीं आए। उसने कहा, ‘‘वहां हवाई अड्डे पर विमानों पर बमबारी की गई। नि:संदेह हम भयभीत थे।’’ तात्याना (58) ने अपनी बेटी एना (37) और उसकी छह वर्षीय और एक वर्षीय बेटियों कात्या और किरा के साथ खारकीव से लगभग 1,000 किलोमीटर दूर आई है।