वाराणसी (काशीवार्ता)। राम जन्मभूमि अयोध्या में 5 अगस्त को शुरू होने वाले भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के मद्देनजर आज काशी से गंगा का पवित्र जल लेकर संतो का प्रतिनिधि मंडल अयोध्या रवाना हुआ। भूमि पूजन के दौरान काशी से गया पवित्र गंगाजल का विशेष अनुष्ठान में उपयोग किया जायेगा। आज दोपहर लगभग 1 बजे गंगा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव सन्त स्वामी जितेंद्रानन्द के नेतृत्व में कई सन्त सामने घाट पंहुचे। यहां गंगा तट पर अनुष्ठान कर गंगा से पवित्र गंगाजल लेने के बाद सभी सन्त काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। यहां मंदिर में दर्शन पूजन व अनुष्ठान के बाद सभी इंग्लिशिया लाइन स्थित विश्व हिंदू परिषद कार्यालय आ गए। इंग्लिशिया लाइन में बैठक के बाद हिंदू भवन से आज शाम 4 बजे सभी सन्त जन प्रयागराज होते हुए अयोध्या के लिए प्रस्थान कर जायेंगे। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष राजेश पांडेय, महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह, दिवाकरजी, महानगर मंत्री राजन तिवारी शशि भूषण तिवारी, राधे श्याम तिवारी उमेश कुमार समेत तमाम लोग मौजूद रहे।कबीर मठ, रविदास धाम, जैन मंदिर व सारंगनाथ की पवित्र मिट्टी भी भेजी गई- राम मंदिर निर्माण के लिए काशी के गंगाजल के साथ चार पीठ की मिट्टी भी भेजी जा रही है। विश्व हिंदू परिषद के मंत्री राजन तिवारी ने बताया कि लहरतारा स्थित कबीर मठ के पवित्र स्थली से मिट्टी संतो ने लिया है। इसी तरह लंका सीर गोवर्धन स्थित रविदास मंदिर से पवित्र मिट्टी व भेलूपुर स्थित पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर से भी मिट्टी ली गई है। सारनाथ स्थित सारंग नाथ महादेव व राम जानकी मंदिर से भी मिट्टी अयोध्या भेजी जा रही है । रामजानकी मंदिर के महंत अवध बिहारी भी स्वामी जितेन्द्रा नंन्द महाराज के साथ अयोध्या जा रहे । इसके बाद काशी से अयोध्या तक ध्वज वितरण , जागरण ,दीपोत्सव समेत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान सतुआ बाबा आश्रम के महंत बालक दास समेत विभिन्न संत जन मौजूद रहेंगे।