जिस पल का आपको इंतजार था, वो चंद घंटों के फासले पर है. सिडनी के संग्राम से फासला हर गुजरते सेकेंड के साथ कम हो रहा है. बुलंद भारत, साहस के साथ इस संग्राम का इंतजार कर रहा है. यहां आज से भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच फिर जंग छिड़ने जा रही है. सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का ये तीसरा मुकाबला है. इसमें जो बाजी मारेगा, वो सीरीज में बढ़त बनाएगा.
वैसे सिडनी का मैदान अक्सर इंडिया का इम्तिहान लेता रहा है. यहां के आंकड़े जोश बढ़ाने वाले नहीं है. 12 मैचों में से सिर्फ एक बार विजयश्री भारत को मिली, वो पहली और आखिरी जीत 1978 में आई थी. हालांकि रहाणे की टीम इंडिया मुश्किलों को मात देना जानती है.
मिसाल के तौर पर याद कीजिए मेलबर्न टेस्ट का पहला दिन. बुमराह और अश्विन की अगुवाई में टीम इंडिया ने कंगारु बल्लेबाजों को एक-एक रन के लिए तरसा दिया. ऑस्ट्रेलिया को ये तो इल्म था कि वे भारतीय गेंदबाजों पर हमला करेंगे, लेकिन जिस मैच में शमी जैसा धुरंधर गेंदबाज नहीं खेल रहा था वहां पर सिराज जैसा नया नवेला गेंदबाज भी उनकी नाक में दम कर दे, ऐसा शायद ही उसने सोचा था.
क्रिसमस के अगले ही दिन उस पर कयामत बरप गई. भारत को नई गेंद की जरूरत ही नहीं पड़ी. लेकिन सिडनी में अहम होगा स्टीव स्मिथ के बल्ले पर ठीक उसी तरह ब्रेक लगाने का, जिस तरह इस सीरीज में अश्विन ने किया है. अभी तक स्टीव स्मिथ सिर्फ 10 रन बना सके हैं, लेकिन सिडनी में उनका औसत डॉन ब्रैडमैन से भी बेहतर है. इसलिए भारत को कुछ अलग-कुछ खास भी करना होगा.
नहीं करने देना है ऑस्ट्रेलिया को पलटवार
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी क्या कर सकती है, आप सबने एडिलेड में देखा. इसलिए बल्लेबाजी यूनिट को इस ब्रेक में अपनी तकनीक पर काम करना होगा. जिस पुजारा के दम पर भारत ने पिछली सीरीज में परचम लहराया था, उनका फुटवर्क नहीं चल रहा है. उन्हें इस कमजोरी से निकलना ही होगा. सीरीज जीतने के लिए पुजारा का फॉर्म में आना जरूरी है. जरूरी है कि रोहित भी पहली पारी से ही रंग दिखाना शुरू करें.
पहली पारी में बनाओ 300+ रन
रहाणे के शतक से पहली पारी में भारत ने 326 रन बनाए और बात बन गई. लेकिन सिर्फ एक बल्लेबाज के बूते बात बनेगी नहीं. वक्त आ गया है कि हनुमा विहारी भी अपने खेल को निखारें. इसी ऑस्ट्रेलिया से उन्होंने नाम कमाया था, लेकिन सीरीज में फिलहाल उनके हिस्से सन्नाटा ही आया है. इक्के दुक्के बल्लेबाजों के बूते मैच तो जीता जा सकता है, सीरीज नहीं. बल्लेबाजी ही वो डिपार्टमेंट है जिसे कमर कसनी है. सिडनी में विजयरथ के दौड़ने की पहली शर्त यही है.
टीमें इस प्रकार हैं –
भारत (प्लेइंग इलेवन): अजिंक्य रहाणे (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी (डेब्यू).
ऑस्ट्रेलिया: डेविड वॉर्नर, मैथ्यू वेड, विल पुकोवस्की, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रैविस हेड, कैमरन ग्रीन, टिम पेन (कप्तान और विकेटकीपर), नाथन लियोन, पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, मार्कस हैरिस, मिशेल स्वेपसन, माइकल नेसर.