वाराणसी(काशीवार्ता)। आराजी लाइन विकास खंड क्षेत्र के राजातालाब का प्रसिद्ध दो दिवसीय रथयात्रा मेला शुक्रवार से शुरू हो रहा है। भगवान जगन्नाथ का रथ जिन मार्गों से गुजरेगा वो मार्ग खस्ताहाल हैं। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे, जिनमें जमा है गंदा पानी। ऐसे में भगवान जगन्नाथ का रथ गंदे पानी से ही हो कर गुजरेगा। रथयात्रा मेले के तहत भगवान जगन्नाथ का रथ रानी बाजार, कचनार, राजातालाब, बीरभानपुर से होते हरपुर, भैरवतालाब तक तीन किमी लंबा रास्ता तय करता है। इस तीन किलोमीटर मार्ग में जगह जगह जानलेवा गड्ढे हैं जिनमें इकट्ठा है मल जल। इसके चलते रथ तो इन गड्ढों से गुजरेगा ही, दूर दराज से मेले मे आने वाले लोगो को भी इन्हीं गड्ढों से गुजरना होगा। यहां यह भी बता दें कि इस मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा होती है। ऐसे में दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। मेला शुरू होने में महज दो दिन शेष हैं पर प्रशासन की निगाह इस तरफ बिल्कुल नहीं है। दरअसल इन मार्गो के किनारे स्थित सीवर, नालो की सफाई नही होने, नालो के ढक्कन खुले होने से सड़कों की हालत खस्ता हो चली है। आम दिनों में ही हमेशा इन मार्गों पर अनहोनी की आशंका बनी रहती है फिर यह तो मेला है। बता दें कि रानी बाजार स्थित महाराजा बलवंत सिंह विधि महाविद्यालय परिसर से रथयात्रा का शुभारंभ काशीराज परिवार के प्रतिनिधि कुंवर अनंत नारायण सिंह रथ खींचकर करते है। इस मेले मे सम्भ्रान्त लोगो के अलावा जनप्रतिनीधि, सहित प्रशासनिक अमला भी शामिल होता है। बावजूद इसके यह मार्ग दुर्दशा ग्रस्त है। आलाधिकारीयों से कई बार स्थानीय लोगों व जनप्रतिनीधियो ने गुहार लगाई लेकिन समस्या जस की तस बनी
हुई है।
भगवान जगन्नाथ का दर्शन पाकर अभिभूत हुए भक्त
वाराणसी। जेठ माह की पूर्णिमा तिथि को भक्तों द्वारा अत्यधिक जलाभिषेक करने के कारण भगवान जगन्नाथ बलभद्र और सुभद्रा बीमार हो गए थे। 15 दिनों के स्वास्थ्य लाभ के पश्चात आज भगवान जगन्नाथ अपने भक्तों को दर्शन दिए। मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित राधेश्याम पांडे ने प्रात: 6 बजे भगवान को सफेद वस्त्र धारण कराकर फूलों से शृंगार कर भव्य आरती की। गुरुवार को भगवान जगन्नाथ की डोली यात्रा धूमधाम से निकाली जाएगी ।