वाराणसी(काशीवार्ता)। महापौर अशोक तिवारी ने कहा है कि शहर से अतिक्रमण हटा कर यातायात सुगम करना उनकी पहली प्राथमिकता है। इसके तहत पहले चरण में रथयात्रा से लेकर दशाश्वमेध की सड़क का चयन किया गया है। इस सड़क पर रोजाना अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है। जिसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आया है। अब गोदौलिया से दशाश्वमेध की सड़क अतिक्रमण मुक्त हो गई है, इससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को काफी सहूलियत हुई है। तिवारी काशी पत्रकार संघ द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण करते पहली बार पकड़े जाने पर कम जुर्माना लगेगा। दोबारा पकड़े जाने पर ज्यादा जुर्माना लगेगा और अंत में समान जब्त कर लिया जाएगा। मेयर ने दुकानदारों से अपील की कि वे दुकान से बाहर समान न रखें। इस संबंध में वे व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से भी बातचीत कर रहे हैं। तिवारी ने कहा कि शहर में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। शुरू में दस हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।वन विभाग से ट्री गार्ड के लिए बात चल रही है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि घरों के बाहर लगे पौधों में नियमित पानी डालें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घर में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए। इस संबंध में संकट मोचन मंदिर से बात चल रही है कि प्रत्येक शनिवार और रविवार को मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप एक तुलसी का पौधा दिया जाए। मेयर ने बताया कि निगम की संपतियों पर काफी लोगों ने कब्जा कर रखा है। इनसे अवैध कब्जे हटवाए जायेंगे। इस कड़ी में सेनपुरा पशु चिकित्सालय से पूर्व चिकित्सा अधिकारी का अवैध कब्जा हटवाया गया। इसी क्रम में लहुराबीर जूता मार्केट और कैंट मालगोदाम की जमीन खाली कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सेनपुरा पशु चिकत्सालय को रामनगर में किसी बड़े परिसर में स्थानांतरित करने की योजना है, ताकि पशुओं का ठीक ढंग से इलाज हो सके। मेयर ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयास से शहर का काफी विकास हुआ है। उनका प्रयास होगा कि यह विकास यात्रा आगे भी इसी तरह चलती रहे।
नीमा माई मंदिर में भंडारे का आयोजन
वाराणसी(काशीवार्ता)। नगर निगम के पूर्व उप सभापति ओम प्रकाश चौरसिया के नेतृत्व में नीमा माई मंदिर, औरंगाबाद में बृहद भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमे 2000 से अधिक लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन में धीरज चौरसिया, मठहलू यादव, प्रशांत सिंह, दिलीप सिंह शामिल थे।