सोशल मीडिया की आइकॉन बनी नेहा सिंह राठौर


(आलोक श्रीवास्तव)

वाराणसी। सरकार की कमजोरियों को आमजन की आवाज बनकर जिस सुरीले अंदाज में लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने उठाकर तेजी से सुर्खियां बटोरी है वो वाकई काबिले तारीफ है। उन्होंने सत्ता का गुणगान गाने वालों को खूब नसीहतें दी हैं। सरकार की नीतियों व कमजोरियों को अपनी गायकी से चोट पहुंचाने वाली नेहा आज सोशल मीडिया की आइकॉन बन चुकी हैं। ‘यूपी में का बा’ गीत से नेहा ने जहां सुर्खियां बटोरी हैं वहीं ट्रोल होने के साथ ही उन्हें धमकियां भी मिल रही हैं। काशीवार्ता को दिए गए साक्षात्कार उन्होंने बड़ी बेबाकी से कहा कि वो जनता की आवाज हैं, इसके लिए वो किसी धमकी से डरने वाली नहीं हैं।
प्रश्न : गायकी का शौक कैसे आया ?
उत्तर : नेहा ने बताया कि 2018 में ग्रेजुएशन करने के बाद मैंने पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को देखा। लेकिन मेरे गांव के लोग जागरूक नहीं थे। जिसको देख कर मैने एक गाना लिखा और उसे अपनी आवाज दी। गाने के बोल थे ‘हमरा प्रेम के निशानी दिखाई द पिया, तनी शौचालय बनाए द पिया’ जिसे सुनकर मेरे मित्रों व शुभचिन्तकों ने मेरा हौसला बढ़ाया और गाने को कहा।
प्रश्न : सरकार के खिलाफ गाने से आपको डर नहीं लगता है ?
उत्तर : नेहा ने कहा कि मैं जो कर रही हूँ उसमें रिस्क बहुत है। लेकिन मैं जनता की आवाज बनकर सरकार की नाकामियों को सामने लाने का प्रयास कर रही हूँ। उन्होंने सत्ता के लिए गाने वालों को चारण और भाट कवि-गायक की संज्ञा दी। कहा कि हम झूठ और मक्कारी का पैसा नहीं खाएंगे, हम नून-रोटी खाएंगे और जनता के गीत गाएंगे।
प्रश्न : यूपी चुनाव में पैरोडी सांग लिखने का आइडिया कहां से आया
उत्तर : नेहा ने कहा कि- “मैं तो साइंस पढ़ती थी। मैंने गायन की कोई शिक्षा नहीं ली है। लेकिन, गाने लगी और लोग पसंद करने लगे। हमको कोई असर नहीं पड़ता कि कोई क्या कहता है ” नेहा ने मैथिली ठाकुर का भी मजाक उड़ाया। कहा कि जब ‘मैंने बिहार में का बा’ गाया तो गाने के लिए आ गए बिहार में ई छै, बिहार में ऊ छै…। जनता को समझना चाहिए कि उसका असली गायक कौन है। कहा कि यहां चारणों, भाटों की कमी नहीं है। जहां से पैसा मिलता है, उस पार्टी के लिए प्रचार करने लगते हैं। इसलिए हम जैसे लोग इनको चुभते हैं।
प्रश्न : भाजपा का आरोप है कि आप सपा से जुड़ी हैं ?
उत्तर : नेहा ने हंसते हुए कहा कि मुझे तो अखिलेश यादव पहचानते भी नहीं और लोग आरोप लगा रहे हैं यह जानकर आश्चर्य हो रहा है। भाजपा के लोगों की बुद्धि पर मुझे तरस आ रहा है। मैं आज बाबा विश्वनाथ की नगरी में बाबा से प्रार्थना करूंगी की भाजपा के लोगों को सद्बुद्धि दें। वे अपनी ऊर्जा लोगों की बुराई करने की जगह सकारात्मक कार्यों में लगाएं, जिससे लोगों का भला हो।
प्रश्न : भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए क्या कहेंगी ?
उत्तर : नेहा ने कहा कि मैं भोजपुरी भाषा को आगे बढ़ाने के लिए ही भोजपुरी बोलती हूं और भोजपुरी में ही गाती हूं। कहा कि मेरा चुनाव के समय मे गाया गाना ‘यूपी में का बा’ अब तक लाखों लोगों द्वारा देखा गया है। मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी। कहा कि विगत नौ माह से मैं भोजपुरी को बचाने के लिए आंदोलन चला रही हूं। उन्होंने लोगों से इस मुहिम में शामिल होने का आह्वान किया।