भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने हमेशा से पिंक बॉल क्रिकेट की वकालत की है। वह 2016-17 में जब तकनीकी समिति के सदस्य थे, तब उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी पिंक बॉल के प्रयोग की सिफारिश की थी। गांगुली ने उसी समय डे-नाइट के मैच की वकालत की थी। गांगुली का मानना है कि डे-नाइट टेस्ट मैच से टेस्ट क्रिकेट को अधिक से अधिक दर्शक मिल सकेंगे। उन्होंने अब हर टेस्ट सीरीज में कम से कम एक टेस्ट को पिंक बॉल से खेलने पर जोर दिया है और कहा है कि बोर्ड डे-नाइट टेस्ट को रेगुलर करने की योजना बना रहा है। ‘न्यूज 18’ से बात करते हुए गांगुली ने कहा, ”यह भविष्य है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। इसका सीधा सा मतलब है कि यह लोगों को एक दिन के काम के बाद खेल में वापस लाता है, क्योंकि लोगों के पास पांच दिन वाला टेस्ट मैच देखने के लिए अपने डेली रुटीन के काम से समय नहीं है। मुझे याद है जब कोलकाता के ईडन गार्डन्स में डे-नाइट मैच हुआ था और उस समय स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। आप इसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड में देखते हैं। आप देखते हैं कि लोग से स्टैंड भरे रहते हैं। उम्मीद है कि भारत में होने वाले अगले पिंक बॉल टेस्ट भी में स्टैंड लोगों से भरे रहेंगे। मुझे लगता है कि बीसीसीआई में हर कोई ऐसा ही महसूस करता है।”