गाजीपुर (काशीवार्ता)। सपा की सदर सीट पर एक बार फिर संग्राम मचा हुआ है। इसी कारण सपा सुप्रीमो निर्णय नहीं ले पा रहे हैं यहां पर किसे मैदान में उतारा जाए। वैसे जनवादी के खाते में भी यह सीट जाने की चर्चा की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि एक दो दिन के भीतर ही प्रत्याशियों को पार्टी मैदान में उतारेगी।
वैसे सदर सीट के चेहरे को लेकर पार्टी में काफी उत्सुकता देखी जा रही है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां पर समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। सपा के राजेश कुशवाहा को 59036 वोट मिले थे, वहीं भाजपा की डा. संगीता बलवंत 91604 वोट पाकर चुनाव जीती थीं। उस समय राजेश कुशवाहा समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष पद पर भी तैनात थे। चुनाव हारने के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा था। अब 2022 का विधानसभा चुनाव आ चुका है। ऐसे में पार्टी के वे नेता रेस में शामिल हो गए हैं, जो किन्हीं कारणों से 2017 में समायोजित नहीं हो पाए थे। शुरूआती दौर में पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह की काफी चर्चा हुई, लेकिन इस समय उनके नाम पर चर्चा बंद हो गई है। अब जो नए नाम सामने उभरकर सामने आए हैं, उसमें राजेश कुशवाहा, एसपी पांडेय, गणेशदत्त मिश्रा, अशोक बिंद शामिल हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि इन्हीं नामों पर पार्टी विचार करेगी। पार्टी जिसे भी टिकट देगी, लेकिन शहर में बीते कई चुनावों से पार्टी को मिल रही करारी शिकस्त को भी दूर करने की चुनौती होगी। यह भी चर्चा की जा रही है कि चौहानों की पार्टी जनवादी के खाते में यह सीट जा सकती है।
अगर जनवादी चुनाव लड़ेगी, तो उस लिहाज से गणेश दत्त मिश्रा की गोटी सेट हो जाएगी। गणेश को फाटक भी पसंद करता है। एसपी पांडेय को टिकट दिलाने में बड़ी भूमिका शिवपाल यादव निभा रहे हैं। एसपी पांडेय जिले के लिए बड़ा नाम है। वहीं राजेश कुशवाहा जिले में कुशवाहा समाज के बड़े नेता माने जाते हैं। इन्होंने पूरे जिले के कुशवाहा समाज के लोगों को एक मंच दिया था। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह पार्टी के पुराने समाजवादी नेता हैं और उनकी हर समाज में अच्छी पैठ है।
समाजवादी नेता चंद्रिका यादव कहते हैं कि पार्टी जिसे भी टिकट दे, वह पूरी ताकत के साथ भाजपा को हराने में जुटे। क्योंकि इस बार का चुनाव अस्तित्व का चुनाव है।