भदोही । जिलाधिकारी गौरांग राठी के निर्देशन में प्रदेश की अर्थव्यवस्था वन ट्रिलियन डालर बनाने हेतु मुख्य विकास अधिकारी यशवन्त कुमार सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सॉख्यिकीय आॅकड़ों के संग्रहण के लिए सेंसटाइजेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी जितेन्द्र कुमार ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते कहा कि सर्वेक्षण के महत्व के दृष्टिगत वास्तविक आंकड़ो के संग्रहण हेतु जागरूकता बढ़ाने के लिये कार्यशाला – गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला में हितधारक अर्थात परिवार, कारखाने, दुकाने, छोटे व्यवसाय, स्वास्थ्य देखभाल इकाईयाँ, शिक्षा संस्थान कानूनी व परिवहन संगठन आदि को यह आश्वस्त करने की आवश्यकता है कि उनके द्वारा साझा की गई जानकारी का उपयोग उनकी व्यक्तिगत पहचान उजागर किये बिना केवल सांख्यिकीय उद्देश्यों के लिये किया जायेगा। यह भी अवगत कराया गया कि सकल जिला घरेलू उत्पाद वर्ष 2021-22 (अनन्तिम) के अनुसार प्रचलित भावों पर जनपद की जीडीपी 10712.11 करोड़ रू० (0.56 प्रतिशत) है। जिला घरेलू उत्पाद अनुमान के अनुसार प्रचलित भावों पर जनपद के जिला सकल घरेलू उत्पाद में प्राथमिक क्षेत्र 19.87 प्रतिशत, द्वितीयक क्षेत्र 33.78 प्रतिशत एवं तृतीयक क्षेत्र का योगदान 46.35 प्रतिशत है। जनपद में प्रति व्यक्ति निवल घरेलू उत्पाद (रुपए) वर्ष 2021-22 के अनुसार 51604.00 (उत्तर प्रदेश का रू० 70792.00) है। सहायक निदेशक कारखाना द्वारा कार्यशाला के माध्यम से उद्यमियों से अपील की कि जिन उद्यमों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है उनका रजिस्ट्रेशन करायें। उपनिदेशक कृषि द्वारा किसानों की आय में वृद्धि हेतु कृषि उत्पादों के वैल्यू ऐडीशन पर बल दिया। इसके अतिरिक्त व्यापार मण्डल से धनश्याम दास गुप्ता चेयरमैन ज्ञानपुर, श्रीकान्त जायसवाल, राम सुन्दर राय ने भी परिचर्चा में भाग लिया। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि भारत के आजादी के अमृतकाल में प्रधानमंत्री के एक भव्य एवं विकसित भारत के निर्माण के प्रण तथा प्रदेश को “वन ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनाये जाने की मुख्यमंत्री की संकल्पना को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में विकास के अलग-अलग आयामों को बल प्रदान कियेजाने हेतु समग्र रूप से अथक प्रयास किये जा रहे है। जिनका वास्तविक प्रतिबिम्ब विभिन्न सर्वेक्षणों के माध्यम से प्राप्त होने वाले आॅकड़ों में होना आवश्यक है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी, समस्त अपर सॉख्यिकीय अधिकारी सहित अन्य अधिकारी एवं विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।