राष्ट्रपति जी, क्या साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद आपको अपने तमाम झूठों पर कोई अफ़सोस है?
डोनाल्ड ट्रंपः क्या सभी झूठ, क्या?
रिपोर्टरः वो सभी झूठ, जो आपने अमरीकी लोगों से बोले
सवाल-जवाब का ये दौर अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एक पत्रकार के बीच गुरुवार को चला.
राष्ट्रपति ट्रंप व्हाइट हाउस की प्रेस ब्रीफ़िंग में पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे. तभी एक पत्रकार ने उनसे ये तीखे सवाल किए.
जिस पर डोनाल्ड ट्रंप ने कोई जवाब नहीं दिया और दूसरे पत्रकार की ओर मुड़ गए.
ये पहला मौक़ा नहीं है जब राष्ट्रपति ट्रंप और मीडिया के बीच इस तरह की नोक-झोंक हुई है.
ट्रंप कई मौक़ों पर पत्रकारों को खुलेआम फ़ेक न्यूज़ फैलाने वाले, असभ्य और भ्रष्ट बोल चुके हैं.
कई बार कोई सवाल पसंद ना आने पर ट्रंप उस पत्रकार की ओर देखते तक नहीं है.
यही वजह है कि बीते कुछ सालों से दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में शामिल अमरीका में प्रेस की आज़ादी पर भी सवाल उठने लगे हैं.
प्रेस फ्रीडम इंडेक्स की साल 2020 की सूची में अमरीका की रैंकिंग 45वीं है.
अमरीका में प्रेस को यह आज़ादी है कि वह बिना सरकारी सेंसरशिप के अपनी बात जनता तक पहुँचा सकती है. साथ ही सरकार से भी तीखे सवाल पूछ सकती है.
अमरीका में प्रेस की आज़ादी को नागरिकों के अधिकारों में रखा गया है. पहले संशोधन के तहत इस अधिकार को शामिल किया गया था.
हालांकि इन सबके बीच ये भी कहा जाता है कि कम के कम अमरीका के राष्ट्रपति नियमित रूप से पत्रकारों के सामने आते तो हैं और उनके सवालों का सामना भी करते हैं. इसके उलट कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष नियमित प्रेस से बात नहीं करते और उनका संबोधन एकतरफ़ा होता है.
आगे हम आपको ऐसे की कुछ वाकयों के बारे में बता रहे हैं, जब डोनाल्ड ट्रंप और पत्रकारों के बीच नोक-झोंक हुई.
31 जुलाई 2020, एचबीओ के साथ इंटरव्यू
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एचबीओ को एक ख़ास इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में पत्रकार जोनाथन स्वान ने ट्रंप से कई मुश्किल सवाल किए.
इंटरव्यू के बीच में ट्रंप सवालों से खीझते हुए नज़र आए. जब उनसे अमरीका में कोरोना के बढ़ते मामलों पर सवाल पूछे गए तो ट्रंप इनसे काफी ख़फ़ा होते दिखे और उन्होंने पत्रकार को किताबें पढ़ने की सलाह भी दी.
11 मई 2020, व्हाइट हाउस प्रेस कॉन्फ्रेंस
डोनाल्ड ट्रंप से एक महिला पत्रकार ने जब कोरोना वायरस के संबंध में सवाल किया, तो वो उखड़ गए और कहा कि ये सवाल उन्हें चीन से करना चाहिए.
सवाल पूछने वाली पत्रकार एशियाई मूल की थीं. इसके बाद उस पत्रकार ने कहा कि क्या वो उनका चेहरा देखने के बाद ऐसी बात कर रहे हैं.
इसके जवाब में ट्रंप ने उनका सवाल ही टाल दिया. यहाँ तक कि ट्रंप ने उस पत्रकार की दूसरी साथी पत्रकार का सवाल लेने से भी इनकार कर दिया.
20 अप्रैल 2020, कोरोना पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस
कोरोना वायरस पर होने वाली प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान एक महिला पत्रकार ने ट्रंप से सवाल किया कि वो इस वायरस के प्रति गंभीर नहीं दिखते. वो रैलियाँ कर रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं करते.
इस पर ट्रंप ने नाराज़गी जताते हुए पहले तो पत्रकार का नाम पूछा और फिर कहा कि उन्होंने बहुत पहले ही चीन से आने वाली उड़ानों को बैन कर दिया था.
इसके जवाब में पत्रकार ने कहा कि जब तक बैन लगा, तब तक वायरस अमरीका में आ चुका था.
इस पर ट्रंप और नाराज़ हो गए और पत्रकार से पूछने लगे कि बैन का फ़ैसला लेने तक कितने लोग अमरीका में वायरस से संक्रमित हुए थे. बाद में ट्रंप ने उस महिला पत्रकार को अपनी आवाज़ नीचे करने को भी कहा.
3 अक्तूबर 2019, फ़िनलैंड के राष्ट्रपति के साथ साझा प्रेस कॉन्फ़्रेंस
फ़िनलैंड के राष्ट्रपति के साथ डोनाल्ड ट्रंप एक साझा प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर रहे थे. इस दौरान एक पत्रकार ने ट्रंप से यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की, जो बाइडन और उनके बेटे के संबंध में सवाल किया.
इस पर ट्रंप नाराज़ हो गए और कहने लगे कि यहाँ पर फ़िनलैंड के राष्ट्रपति मौजूद हैं, उनसे सवाल पूछा जाए.
जब रिपोर्टर अपने सवाल पर टिके रहे, तो ट्रंप ने उन्हें असभ्य कहते हुए उनका सवाल टाल दिया.
7 नवंबर 2018,व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ़्रेंस
व्हाइट हाउस में आयोजित एक पत्रकार सभा के दौरान सीएनएन न्यूज़ के पत्रकार ने डोनाल्ड ट्रंप से अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस की दखल और उस पर होने वाली जाँच से संबंधित सवाल किया.
इस सवाल से ट्रंप बहुत ज़्यादा नाराज़ हो गए. उन्होंने पत्रकार से कहा कि उन्हें देश चलाने दें, वो ख़ुद अपना चैनल चलाएँ.
पत्रकार ने जब ट्रंप से कहा कि क्या उन्हें इस जाँच से चिंता हो रही है, इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि वो किसी से चिंतित नहीं है.
साथ ही उन्होंने पत्रकार को फ़ेक न्यूज़ फैलाने वाला, भ्रष्ट और असभ्य व्यक्ति भी बोल दिया.
17 फ़रवरी 2017, व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ़्रेंस
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीबीसी उत्तरी अमरीका के संपादक जॉन सोपेल ने जब ट्रंप से ट्रैवल बैन पर एक सवाल किया तो ट्रंप नाराज़ हो गए.
नाराज़ ट्रंप ने जॉन सोपेल से उनके संस्थान का नाम पूछा. जॉन सोपेल ने बताया कि वो बीबीसी से हैं.
इस पर ट्रंप ने कहा कि वो भी किसी से कम नहीं है. इसके बाद ट्रंप ने ट्रैवल बैन पर अमरीकी अदालत के फ़ैसले की भी निंदा की.
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