रंग बन जायेगा बर्फ का गोला


चीन की बजाय स्वदेशी पिचकारियों का जादू बच्चों के सिर चढ़ बोल रहा
वाराणसी (काशीवार्ता)। रंगोत्सव पर्व के लिए भारत की पिचकारी निर्माता कंपनियों ने नये-नये प्रयोग कर बच्चों के स्वस्थ्य मनोरंजन की सुरक्षित व्यवस्था की है। भारतीय बाजार में अपनी अत्याधुनिक तकनीकियों के चलते परचम लहराने वाले चीन को इस बार भारतीय कंपनियों ने खासी पटखनी दी है। बच्चों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को ध्यान में रख भारतीय कंपनियों ने अत्याधुनिक तकनीकियों का इस्तेमाल कर एकसे बढ़कर एक पिचकारियों का रेंज बाजार में उतारा है। बनारस के मुख्य बाजारों के साथ ही सिगरा स्थित आईपी मॉल के सामने छोटा मॉल में भूतल पर अशोक गोगिया उर्फ राजू भाई की बड़ी दुकान में ऐसी पिचकारियों की भारी रेंज उपलब्ध है। राजू गोगिया ने काशीवार्ता को बताया कि गीले रंगों से होली खेलने से बच्चों समेत हर उम्र के लोगों को त्वचा संबंधी बीमारियां होने के कारण अब लोग सूखे रंगों से ही होली खेलना पसंद कर रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपनी दुकान में सूखे रंग उगलने वाली पिचकारियों की भारी रेंज सजाई है। उन्होंने बताया कि पानी में रंग डालते ही वह बर्फ का गोला बन जायेगा जिससे बच्चे निश्चिंत होकर खेल सकेंगे। इसी प्रकार बमनुमा पिचकारी चलाते ही आकाशीय आतिशबाजी की तर्ज पर उसमें से इंद्रधनुषी रंग निकलेंगे। स्प्रे पिचकारी से राष्टÑीय ध्वज के तीनों रंग निकलेंगे, जिसमें तिरंगे की छवि दिखेगी। राजू ने बताया कि थ्री-इन-वन पिचकारी तीन बैरल की है जिसमें से तीन प्रकार के रंग एक साथ निकलेंगे, जिससे अदभुत छटा बिखरेगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा मुर्गा रूपी पिचकारी में माचिस लगाते ही उससे निकलने वाले रंगीन धुएं से आसमान में छाने वाले बादलों का अहसास होगा। इसके अलावा भी उत्कृष्ट डिजाइनरों की पिचकारियां बाजार में उपलब्ध है।