ऐसे सभी हॉस्पिटल जहाँ ओपीडी व इमरजेंसी नही चल रही है, उसे तत्काल शुरू करे-कौशल राज शर्मा
हॉस्पिटल शहर में इन्फ्लूएंजा लाइक इंफेक्शन व सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के मरीजों के साथ ही हृदय रोग, गुर्दा रोग, ब्लड प्रेशर,डायबिटीज, कैन्सर आदि गम्भीर रोग से पीड़ित लोगों को चिन्हित करने में सहयोग करें-जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा
पर्यटन मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी शहर में संचालित चैरिटेबल ट्रस्ट के बंद पड़े अस्पतालों में शुरू कराए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर सुझाव दिये थे
मुख्यमंत्री ने बनारस के ऐसे अस्पतालों को चिन्हित पर प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया हैं
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शहर के सभी चेरिटेबल हॉस्पिटल के प्रबन्धक, नर्सिंग होम एसोसिएशन व आइएमए के पदाधिकारियों के साथ सोमवार को कैम्प कार्यालय सभागार में अतिमहत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने ऐसे सभी हॉस्पिटल जहाँ ओपीडी व इमरजेंसी नही चल रही है, उसे तत्काल शुरू करने की अपील की। ओपीडी व इमरजेंसी चलाने के लिए जो भी सहयोग चाहिए उसे प्रशासन मुहैय्या कराएगा। जिलाधिकारी ने अपील किया कि ये हॉस्पिटल शहर में आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इंफेक्शन) व सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) के मरीजों के साथ ही हृदय रोग, गुर्दा रोग, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कैन्सर आदि गम्भीर रोग से पीड़ित लोगों को चिन्हित करने में सहयोग करें, ताकि इनका पहले से ही इलाज हो सके। सभी हॉस्पिटल ऐसे मरीजों की नियमित रिपोटिंग प्रोफॉर्मा पर भर कर करें, ताकि इनका रिकॉर्ड रखा जा सके।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि सभी चेरिटेबल हॉस्पिटल व नर्सिंग होम नॉन कोविड मरीजों का 24 घंटे इलाज करें। इन हॉस्पिटल में इलेक्टिव सर्जरी या अन्य कोई इलाज से पहले यदि कोविड की जाँच करानी हो, तो इसके लिए नजदीक के सभी 24अर्बन पीएचसी व ग्रामीण क्षेत्र के 8 ब्लॉक सीएचसी पर से कोरोना की जांच निःशुल्क होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही 4 स्पेशल मोबाइल कोविड जाँच टीम शहर में चलेगी जो इन हॉस्पिटल में कोविड जाँच निःशुल्क करेगी। जरूरत पड़ने पर इन हॉस्पिटल में सेनिटाइजेशन भी निःशुल्क कराया जाएगा। कोविड के इलाज में यदि कोई अन्य जरूरी उपकरण या सामग्री हॉस्पिटल को चाहिए तो उसे रेडक्रॉस सोसाइटी से निःशुल्क प्रदान किया जाएगा। उन्होंने नर्सिंग होम के संचालकों से कोविड के होम कोरेन्टीन वाले मरीजों के लिए चिकित्सकीय जाँच, सलाह, टेली व वीडियो कंसलटेंसी का सस्ता पैकेज बनाने को भी कहा।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पर्यटन संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने कोविड वैश्विक महामारी के दौरान अन्य रोगों से पीड़ित मरीजों को बेहतर तरीके से चिकित्सकीय सुविधा सुलभ कराए जाने के उद्देश्य से वाराणसी जनपद में विभिन्न ट्रस्टों के द्वारा संचालित लगभग एक दर्जन से अधिक बंद पड़े अस्पतालों को नान कोविड अस्पताल के रूप में संचालित किए जाने पर विशेष जोर देते हुए ऐसे अस्पतालो को उनकी आवश्यकता अनुसार आर्थिक मदद उपलब्ध कराते शीघ्र संचालन शुरू कराए जाने के संबंध में रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस संबंध में वार्ता कर सुझाव दिया था। जिस पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए प्रस्ताव तैयार कर उपलब्ध कराए जाने का निर्देश दिया है। मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने जिलाधिकारी से इन अस्पतालों की सूची तैयार कर इन्हें तत्काल संचालित किए जाने के संबंध में इनके ट्रस्टियों एवं प्रबंधकों से वार्ता करने को कहा था। पर्यटन मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने बताया कि वे स्वयं भी शीघ्र ही इन अस्पतालों के ट्रस्टियों एवं प्रबंधकों के साथ अस्पतालों का संचालन शुरू करने के संबंध में बैठक करेगें। उन्होंने बताया कि वाराणसी जनपद में मारवाड़ी, सेवा सदन, बिड़ला, आनंदमयी, मेहता एवं रामकृष्ण मिशन सहित लगभग एक दर्जन से अधिक चिकित्सालय विभिन्न ट्रस्टों द्वारा संचालित किए जाते हैं। वर्तमान में रामकृष्ण मिशन एवं आनंदमयी चिकित्सालय के अलावा विभिन्न ट्रस्टों द्वारा संचालित अन्य चिकित्सालय बंद पड़े। जबकि इन चिकित्सालय के पास चिकित्सकीय इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। यदि इन चिकित्सालय को नान कोविड के रूप में शुरू करा दिया जाए तो अन्य रोगों से पीड़ित मरीजों को चिकित्सकीय लाभ प्राप्त करने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी और वर्तमान दौर में यह व्यवस्था मील का पत्थर साबित होगा।
बैठक में जिलाधिकारी सीएमओ डॉ वीबी सिंह, एडिशनल सीएमओ डॉ संजय राय, नर्सिंग होम अध्यक्ष डॉ कुसुम चन्द्रा, आइएमए पदाधिकारी डॉ आलोक भारद्वाज व डॉ एसपी सिंह, राम कृष्ण मिशन से स्वामी अप्रमेया नन्द, स्वामी भेदातितानन्द , स्वामी ज्ञानस्थानन्द, मारवाड़ी हॉस्पिटल से गौरी शंकर नेवर, हिन्दू सेवा सदन से जय प्रकाश मुंद्रा, आनंदमयी हॉस्पिटल से अखिलेश खेमका, बिरला हॉस्पिटल से दीनानाथ झुनझुनवाला, जनता हॉस्पिटल से डॉ अकबर अली, जामिया हॉस्पिटल से डॉ एस पी सिंह, अब्दुल सलाम व इख़लाक़ अहमद, बुनकर हॉस्पिटल से अनवरूल हक़, भारत सेवाश्रम संघ से डॉ असीस चटर्जी आदि मौजूद थे।