वाराणसी(काशीवार्ता)। भारतीय कालगणना और ज्योतिष परंपरा को वैश्विक स्वीकृति एवं मान्यता प्राप्त हुई जिसका बहुत बड़ा श्रेय काशी की ज्योतिषी परंपरा को है। इसमें भी काशी की अयोध्या नाथ शर्मा की प्रमोद पाठशाला का 400 वर्षों का बड़ा योगदान रहा है। ज्योतिषाचार्य पंडित शंभूनाथ शर्मा जिसे आगे बढ़ा रहे हैं। उपरोक्त विचार काशी के वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य वह विशिष्ट जनों ने गुरु पूर्णिमा पर महमूरगंज स्थित एक बैंक्वेट हॉल में आयोजित समारोह में व्यक्त किए। अवसर था देवाग्य ज्योतिषाचार्य पंडित शंभूनाथ शर्मा के पूर्ण स्मारक ग्रंथ ज्योतिषक के विमोचन व उनके तेल चित्र अनावरण का। मंत्रोचार के बीच दीप प्रज्वलन के साथ तेल चित्र का अनावरण एवं पुस्तक का विमोचन अतिथियों ने किया। यह पुण्य कार्य प्रयाग से डिजिटल भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के पुत्र न्यायमूर्ति पंडित गिरधर मालवीय ने किया।
छात्र ने की खुदकुशी
वाराणसी। बीएचयू के बिड़ला सी छात्रवास के 321 नंबर कमरे में सोमवार की देर शाम छात्र जितेंद्र कुमार ठाकुर (23) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वह छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले का निवासी था। बेटे के मौत की सूचना पर पिता सुरेंद्र कुमार ठाकुर व मां सुनीता ठाकुर पहुंची। जितेंद्र हिंदी विभाग में हिंदी साहित्य से एमए द्वितीय वर्ष का छात्र था। उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नही मिला है।