पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव खत्म हो गए हैं और नई सरकार का गठन भी हो गया है. लेकिन राज्य में चुनाव के बाद हिंसा का दौर जारी है. अब इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय एक्शन में आया है. गृह मंत्रालय ने एक चार मेंबर्स की टीम को बंगाल भेजा है, जो हिंसा की जांच करेगी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे पहले राज्य से रिपोर्ट भी तलब की थी और हिंसा को लेकर जानकारी मांगी थी.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में बीते दिन ही नई सरकार का गठन हुआ है, ममता बनर्जी ने एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. शपथ लेने के बाद ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की थी कि वो शांति बरतें, साथ ही कहा था कि हिंसा करने वालों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा.
गृह मंत्रालय द्वारा जो चार सदस्यों की टीम बंगाल भेजी गई है, उसकी अगुवाई एडिशनल सेक्रेटरी लेवल के अफसर कर रहे हैं. टीम मुख्य रूप से तीन मुद्दों की जांच करेगी जिसमें राज्य में हो रही हिंसा, ताजा ग्राउंड हालात और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हिंसा शामिल हैं.
चुनाव नतीजों के बाद से ही हो रही हिंसा
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में रविवार को चुनाव नतीजे घोषित किए गए, जिसमें तृणमूल कांग्रेस की बंपर जीत हुई है. लेकिन इसी के बाद से ही राज्य के अलग-अलग इलाकों में हिंसा हुई, कोलकाता-आसनसोल-बीरभूम समेत कई जिले इस हिंसा की चपेट में आए हैं. इस दौरान आगजनी, तोड़फोड़, लूटपाट की गई और करीब 10 राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या भी हो गई है.
बीते दिन ममता बनर्जी ने बंगाल के मुख्यमंत्री की तौर पर शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में ही राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता को नसीहत दी और हिंसा रोकने के लिए एक्शन लेने को कहा. ममता ने जवाब में कहा कि उन्होंने अभी ही कमान संभाली है, ऐसे में वो तुरंत नाकारा अफसरों को हटाएंगी.