गाजीपुर (काशीवार्ता)। जमानियां विधायक सुनीता सिंह का टिकट फाइनल होने के बाद जिले की छह विधानसभाओं में भाजपा अभी तक सस्पेंस बनाए हुए है। जिसे चार माह पहले योगी सरकार में मंत्री बनाकर संदेश दिया गया था, आज उसे भी टिकट के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार भाजपा टिकट को लेकर सदर में गदर मचाने के मूड में है। इसे सीधे तौर इस तरह से समझा जाए कि हीराचक्रवती और पारसनाथ बिंद भी डा. संगीता बलवंत को कड़ी टक्क्र दे रहे हैं। पूर्व चेयरमैन विनोद अग्रवाल और पूर्व मंत्री विजय मिश्रा भी टिकट को लेकर जबरदस्त दबाव बनाए हुए हैं। यही कारण है कि सदर से लेकर मुहम्मदाबाद और जहूराबाद का टिकट फाइनल नहीं हो सका है। वैसे संभावना जताई जा रही है कि आज या कल टिकट हर हाल में फाइनल करने के मूड में भाजपा हो चुकी है।
गाजीपुर सदर सीट से भाजपा विधायक डा. संगीता बलवंत को चार माह पहले पिछड़ों में पकड़ मजबूत बनाने के लिए मंत्री बनाया गया। ऐसा माना जा रहा है कि संगीता को लेकर बिंदों में नाराजगी अधिक है। यही कारण है कि टिकट पर अभी तक मुहर भाजपा नहीं लगा पा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी संगीता का विकल्प भी तलाश रही है क्योंकि उन्होंने विधायक रहते कोई सदर में करिश्मा नहीं कर पाईं। वैसे भाजपा के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि सदर में इस बार कदर होगा। यानि अब यह साफ हो गया है कि पार्टी किसी मजबूत बिंद को मैदान में उतारकर संदेश देना चाहती है। इस विधानसभा में करीब 60 हजार के आसपास बिंद वोटर हैं। कई बिंद प्रत्याशी जम्मू वाले साहेब के भी आंखों के तारे हैं। वहीं मोहतरमा के पति भी अपनी भाषा शैली से भाजपाइयों को सुहा नहीं रहे हैं। इसके बाद जहूराबाद की बात करें तो यहां पर सीधे तौर अलका राय और पशुपति नाथ राय के बीच ही टक्कर मानी जा रही हैै। लेकिन सियासतदान मनोज राय के साथ ही अरविंद राय के परिवार को भी टिकट की कड़ी से जोड़कर देख रहे हैं। किनवारों के कार्यक्रम में एलजी साहब के साथ इंजीनियर अरविंद राय का परिवार अगली धार पर था। इससे कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। एक यह भी चर्चा है कि विधायक पुत्र पीयूष पर भाजपा गंभीरता से विचार कर रही है। अगर ऐसा होता है तो विधायक के भतीजे आनंद राय मुन्ना भी अपने तरकस के कई तीर निकाल देंगे। जो चुनाव में प्रत्याशित होगा। वैसे अंसारियों का कोई मुकाबला कर सकता है तो उसमें अलका राय पर ही भूमिहार मतदाता एकजुट हो सकते हैं। उधर जहूराबाद में सपा सुभासपा से ओमप्रकाश राजभर के आने के बाद भाजपा में राजभर, चौहान और राजपूत में किसी एक पर मुहर आज कल में लग सकती है। रामप्रताप पिंटू समर्थक जहां क्षेत्र में अपनी ओर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं तो वहीं खुद शिवप्रताप सिंह छोटू दिल्ली लखनऊ एक किए हुए हैं। उनकी 11 वर्ष की सियासी तपस्या भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के आंखों के सामने नाच रही है। सैदपुर में सुभाष पासी के अलावा जखनियां में शैलेश राम और रामहित राम के परिवार की बहू अपनी मजबूत दावेदार ठोंक रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष कहते हैं कि टिकट अब जल्द फाइनल होगा। क्योंकि नामांकन का समय नजदीक आ चुका है।