वाराणसी(काशीवार्ता)। श्री आदि विश्वेस्वर काशी धर्मालय मुक्ति न्यास द्वारा ज्ञानवापी की सत्यता को चित्रों के माध्यम आम जन मानस तक पहुंचाने के लिए धर्म रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन 1 अगस्त से 5 अगस्त तक भारतीय शिक्षा मंदिर, इंग्लिशिया लाइन में किया गया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रमुख समाजसेवी आर के चौधरी ने किया। उन्होंने आयोजकों की प्रशंसा करते हुए कहा, प्रदर्शनी ने दिखाए गए चित्रों का संयोजन स्पष्ट संदेश देता है कि अतीत में ज्ञानवापी में श्री आदि विश्वेश्वर का भव्य मंदिर था। निश्चित रूप से इस प्रदर्शनी से आम जनमानस ज्ञानवापी की सत्यता से अवगत होगा। इस अवसर पर लगभग 354 वर्ष पूर्व औरंगजेब द्वारा तोड़े जाने से पहले आदि विश्वेश्वर मंदिर का जो स्वरूप था, उसका मॉडल भी प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी के संयोजक तथा न्यास के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. राम प्रसाद सिंह ने बताया, कारीगरों द्वारा 1 वर्ष की लगातार मेहनत के बाद इस मंदिर का लकड़ी का प्रतिरूप तैयार किया गया। मंदिर का मॉडल वस्तुत: प्राचीन मंदिर के आधार पर बनाया गया है, जो 125 फीट लंबा, 125 फीट चौडा तथा 150फीट ऊंचा था।हूबहू मापन तकनीकी के आधार पर इसे बनाया गया है। इस अवसर पर इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के सचिव राजेश भाटिया ने बताया, मंदिर का मॉडल देखकर उसकी भव्यता एवं दिव्यता अंदाजा सहज लगाया जा सकता है। ज्ञानवापी से जुड़े चित्रों की प्रदर्शनी देखकर यह बिल्कुल स्पष्ट हो जाता है कि इसकी दीवारों पर त्रिशूल, कमल का फूल, संस्कृत में लिखे हुए श्लोक तथा देवी देवताओं की टूटी मूर्तियां आदि तमाम साक्ष्य चीख चीख कर कह रहे हैं कि यह मंदिर है। इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी अरविंद रस्तोगी, न्यास के अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष संजीव त्रिपाठी, महामंत्री अनुराग त्रिवेदी मौजूद थे।