(प्रदीप श्रीवास्तव)
सारनाथ/वाराणसी(काशीवार्ता)। देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में पहले की अपेक्षा अब प्रतिदिन लगभग एक लाख पर्यटक आ रहें हैं। खासकर बदलते बनारस की नयी तस्वीर देखने के लिए ये लोग यहाँ खिंचे चले आते हैं। वहीं शहर और आसपास के पर्यटक स्थलों पर विदेशी सैलानियों की सुविधा हेतु एवं किसी आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पर्यटक पुलिस की तैनाती की गई है। इनसे पर्यटकों की सुरक्षा के अलावा और कोई कार्य नहीं लिया जाता है। फिरभी ये कहीं दिखाई नही देते। शहर के अधिकांश लोग तो इस पुलिस के बारे में जानते भी नही है। उन्हें ये भी नही मालूम की ये किस यूनीफार्म में होते हैं। जानकारी अनुसार पूर्व सैनिकों की नियुक्ति ही पर्यटक पुलिस में की जाती है। इसमें नियुक्त यह जवान कई भाषाओं की जानकारी भी रखते हैं। अफसोस कि इतने बड़े पर्यटक क्षेत्र में केवल 33 से 40 की पर्यटक पुलिस के जवान तैनात हैं। बताया जाता है कि जिले में पर्यटक पुलिस को लगभग सात स्थानों पर तैनाती है। सारनाथ को छोड़कर अन्य स्थानों पर इन्हें 16 घंटे या फिर 24 घंटे की ड्यूटी इन्हें करनी पड़ती है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन्हें अब वीआईपी ड्यूटी में भी लगाया जाने लगा है।अब भला बताइए, इसके बाद भी पर्यटको को इनके दर्शन कैसे हो पाएँगे। ऐसे में दूरदराज से आने वाले पर्यटकों को समुचित सुरक्षा व्यवस्था व सही जानकारी के आभाव में ठगी व कभी कमार छेड़खानी का शिकार भी बनना पड़ता है। जिससे हमारे शहर ही नही देश की छवि भी खराब हो रही है।
जल्द ही होगी और
भर्ती: पर्यटन अधिकारी
पर्यटक पुलिस में वर्तमान समय में एक निरीक्षक, दो उप निरीक्षक, 19 सिपाही तैनात हैं, जो क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी के अधीन काम करते हैं। फिलहाल इन्हें कैंट रेलवे स्टेशन, दशाश्वमेघ घाट, अस्सी घाट, रोडवेज व एयरपोर्ट पर तैनात किया गया है। सारनाथ में सुबह 9 से शाम 5 बजे तक 8 घंटे की इनकी ड्यूटी होती है, लेकिन जब से सारनाथ में लाइट एंड साउंड का कार्यक्रम आयोजित किया जाने लगा है तबसे इनकी ड्यूटी दो शिफ्ट में लगती है। कैंट स्टेशन पर इनकी 24 घंटे तो, दशाश्वमेघ घाट, अस्सी घाट, रोडवेज एवं एयरपोर्ट पर 16 घंटे की ड्यूटी है। पर्यटक पुलिस की नौकरी संविदा पर आधारित है। हर साल का कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू किया जाता है। दोबारा उन्हीं को मौका मिलता है जिनका अच्छा रिस्पांस रहता है। ऐसे में काशी जैसे पर्यटक स्थल पर पर्यटक पुलिस की इतनी कम संख्या कही न कहीं यहाँ आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा में नाकाफी साबित हो रहे हैं।