सैफई: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाज मे नफरत करने वालो की कोई जगह नही होती है । अमरीका मे नफरत फैलाने वाले डोनाल्ड ट्रंप सत्ता से बाहर हो गये । वह दिन दूर नही जब भारत मे भी नफरत फैलाने वाले सत्ता से दूर हो जायेगे।
अपने पैतृक गांव सैफई मे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने गणतन्त्र दिवस के अवसर पर 158 फिट ऊंचा ध्वजारोहण कर किसानों के आन्दोलन को समर्थित ट्रैक्टर तिरंगा रैली में हिस्सा लेते हुए ट्रैक्टर की ट्राली पर खड़े होकर अपने संबोधन मे कहा कि अमरीका का चुनाव एक हालिया इस बात का सबसे बडा उदाहरण है जहाॅ पर गोरे काले का भेद करके नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही थी ।वहा पर हुए चुनावी नतीजो मे नफरतियो को सत्ता से बाहर कर दिया है वह दिन दूर नही है यह सब कुछ हिंदुस्तान मे भी दिखाई देगा जब सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी भी सत्ता से बाहर दिखाई देगी।
अखिलेश यादव कृषि संसोधन बिल को किसानों का डेथ वारंट बताते हुए कहा कि किसानों के इस आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी खड़ी । इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओ के द्वारा पूरे देश मे तहसील स्तर पर ट्रैक्टर तिरंगा रैली निकाली गई है जिसमे किसानों और नौजवानो ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि पूरा देश आज गणतन्त्र दिवस मना रहा है हमे इस देश के जवानों और किसानों पर गर्व है । आज ही के दिन हिंदुस्तान का संविधान लागू किया गया था लेकिन सरकार इस संविधान का दुरप्रयोग उद्योगपतियो को लाभ पहुंचाने के लिए कर रही है । इस सरकार ने बिना बहुमत के किसानों का डेथ वारंट पास कर दिया है। जिसे बापिस लेने की मांग को लेकर पूरे देश का किसान सड़को पर प्रदर्शन कर रहा है और सरकार इन किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी बता रही है । अगर किसान आतंकवादी और खालिस्तानी है तो भाजपा वाले किसानों के द्वारा उपजाया हुआ अनाज क्यों खा रहे है।
सरकार दावा कर रही है कि किसानों को एमएसपी का लाभ देते हुए उनका धान 1868 रुपये प्रति कुंतल के हिसाव से सरकार ने खरीदा है जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में किसानों को अपना धान नौ सौ, एक हजार और ग्यारह सौ रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से बेचना पड़ा है। कोरोना बीमारी ने लोगो के नाक और मुंह बंद करवा दिए लेकिन पता नही बीजेपी के लोगो को कौन सी बीमारी लग गयी है कि इन लोगो ने अपने आंख और कान बन्द कर लिए है इन्हें किसानों और बेरोजगार लोगो की आवाज नही सुनाई दे रही है।
उन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा मुख्यमंत्री कहते है कि हमने 24 करोड़ में से 14 करोड़ लोगों को रोजगार दिया कहा दे दी नौकरी प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है विकास के नाम पर सरकार सपा शासन में करवाये गए विकास कार्यो के नाम और रंग बदलने में जुटी है । बाबा जी को लैपटाॅप चलाना नही आता है इसलिए उन्होने लैपटाॅप नही बांटे उन्होने स्वच्छ भारत योजना के तहत बनवाये गए ।
शौचालय पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग वहां पर अपना नाम लिखवाते है जहां हम लोग पेशाब जाते है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने आपको योगी लिखते है योगी वह होता है जो दूसरों के दुख को अपना दुख समझे यह योगी नही हो सकते इन्हें इटावा सैफई फिरोजाबाद और मैनपुरी के लोगो से विशेष नफरत है। इटावा में पैदा हुए शेरो को कही और ले जाने की तैयारी हो रही है यह इनका विकास है। उन्होंने कहा कि ऐसे नफरत फैलाकर झूठ बोलने वाले लोगो को 22 के विधानसभा चुनाव में जबाब देना है।
यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तंज कसते हुए कहा कि उनकी कार्यप्रणाली देखकर नहीं लगता कि वह वास्तव में योगी हैं। अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद और आसपास के इलाकों के लोगों से नफरत करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी कार्यप्रणाली देखकर नहीं लगता कि वह योगी हैं।
अखिलेश ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने योगी की परिभाषा दी है। उस परिभाषा को और गुरु नानक जी के वचनों को पढ़ा जाए तो इतना ही समझ में आता है जो दूसरों का दुख अपना दुख समझे, वही योगी होता है। तो बताओ क्या आपके मुख्यमंत्री जी योगी हैं? क्या वह आपका, हमारा, किसानों और नौजवानों का दुख और तकलीफ समझ सकते हैं? वह योगी नहीं हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वैश्विक महामारी में हम लोगों को नाक और मुंह बंद करके रहना पड़ा लेकिन बीजेपी के लोगों पर न जाने क्या बीमारी आई कि उनके आंख और कान बंद हैं और उन्हें जनता और किसानों की परेशानी दिखाई-सुनाई नहीं दे रही है।
अखिलेश ने कहा कि जिन लोगों ने डिफेंस कारिडोर को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार से एमओयू किया था, अभी सुनने में आया कि कई कंपनियों ने वह एमओयू वापस ले लिया है। नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि नए कानूनों के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी कहा गया लेकिन हम बधाई देते हैं पंजाब के किसानों को कि उन्होंने सरकार की एक नहीं चलने दी और वह डटे रहे और आज भी आंदोलन कर रहे हैं। हम सपा के लोग उनका पूरा समर्थन करते हैं।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार ने राज्यसभा में अपना बहुमत न होने की परवाह ही नहीं की और कानून पारित करा दिए। सरकार कुछ लोगों के हाथ में सारी चीजें देना चाहती हैं ताकि वे पूरी तरह से नियंत्रण कर सकें। जो चीजें जनता के पैसे से बनी वे सब छीनी जा रही हैं। हमारे किसान ही असली हिंदुस्तान हैं और सरकार उनके साथ कैसा बर्ताव कर रही है। देश में जो कुछ चल रहा है उससे पूरी की पूरी अर्थव्यवस्था ढह जाएगी और कुछ लोगों के हाथ में चली जाएगी।
यादव ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के खिलाफ कोई भी व्यक्ति नहीं था लेकिन बीजेपी के लोग ठेकेदार बन गए। इनसे बचिए। यह व्यापारी हैं। इनका भगवान में कोई विश्वास नहीं है। जो जनता को लूटता हो उसमें भगवान के प्रति प्रेम कैसे हो सकता है।
इस दौरान पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव,पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव,सपा प्रवक्ता एमएलसी सुनील साजन,सपा ब्लॉक अध्यक्ष सैफई संतोष शाक्य, राजवीर सिंह यादव राजकीय ठेकेदार नगला तेज,भारत सिंह यादव खदरी, रामबाबू यादव प्रधान, चंदगीराम यादव प्रधान, शिवराम सिंह यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष मंडी कर्मचारी कल्याण समिति,बजरंगी यादव,अमित शुक्ला आदि मौजूद रहे।