(अजीत सिंह)
गाजीपुर (काशीवार्ता)। प्रदेश के एडेड माध्यमिक विद्यालयों में प्रबंधकीय कोटे से नियुक्त किए गए करीब दो हजार शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। माध्यमिक चयन बोर्ड से इनके स्थान पर शासन द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति करने से प्रदेश भर के शिक्षकों में खलबली मची हुई है। ऐसे शिक्षकों की जगह आयोग से नियुक्त शिक्षकों को ज्वाइंन कराया जा सकता है। गाजीपुर में इस तरह के कुल 66 मामले हैं। जबकि इनके स्थान पर पांच शिक्षक आयोग से भेजे गए हैं। डीआईओएस डा. ओपी राय ने बताया कि शासन के निदेर्शों के अनुसार आयोग से भेजे गए शिक्षकों को एडेड माध्यमिक विद्यालयों में ज्वाइंन कराया जाएगा। अब पूरे प्रकरण की गेंद शासन के पाले में है।
प्रदेशभर के हजारों एडेड माध्यमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों में छात्रों के सापेक्ष शिक्षकों की कमी को देखते हुए अधिकांश प्रबंधकों ने कोर्ट का सहारा लिया और कहा कि आयोग से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने के कारण माध्यमिक विद्यालयों में पठन पाठन प्रभावित हो रहा है। लिहाजा हम लोगों को शिक्षकों की नियुक्ति का अधिकार दिया जाए। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर हजारों की संख्या में माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधकों ने शिक्षकों की तैनाती अपने मनमाफिक कर दी। लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति करते समय शासन ने एक शपथ पत्र सभी शिक्षकों से जमा कराया। उसमें यह साफ तौर लिखा था कि आयोग से आने तक यह नियुक्ति मानी जाएगी। इसके बाद संबंधित डीआईओएस और जेडी स्तर पर इन शिक्षकों के वेतन पर स्वीकृति प्रदान कर दी गई और शिक्षक मजे से नौकरी करने लगे। गाजीपुर में इस तरह के कुल 66 शिक्षक पाए गए, जिन्हें प्रबंधकों ने अपने हिसाब से नियुक्त किया है
नियम विरुद्ध शिक्षकों की नियुक्ति की होगी जांच
जिन माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधकों ने नियम विरूद्ध ढंग से शिक्षकों की नियुक्ति की होगी, उसकी भी जांच कराई जाएगी। इस मामले में शासन को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही आदेश मिलने पर संबंधित आयोग से आने वाले शिक्षकों को एडेड माध्यमिक विद्यालयों में पदभार ग्रहण कराने के लिए डीआईओएस को निर्देशित किया जाएगा।
एमपी सिंह, डीएम गाजीपुर
आयोग से चयनित होकर आये हेैं पांच शिक्षक
आयोग से जिले में पांच शिक्षक चयनित होकर आए हैं। इनके स्थान पहले से ही शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। जिसमें नगसर इंटर कालेज में दो, ढ़ोटारी में एक, घरियां में एक और हुरमुजपुर में एक शिक्षक एक्सेस हैं। इन शिक्षकों के साथ ही संबंधित विद्यालयों के प्रबंधकों को इसकी जानकारी देते हुए इनकी संपूर्ण फाइल ट्रेजरी में जमा कर दी गई है। डा. ओपी राय, डीआईओएस गाजीपुर