यूक्रेन के चार शहरों में युद्धविराम का ऐलान, पुतिन बोले- शत्रुता समाप्त करे कीव


रूस और यूक्रेन के बीच 12 वें दिन भी युद्ध जारी है। हालांकि आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से यूक्रेन के 4 इलाकों में सीजफायर का ऐलान किया गया है। जाहिर सी बात है कि यह बड़ी राहत की खबर है। जिन चार शहरों में युद्ध विराम का ऐलान किया गया है उसमें राजधानी कीव के साथ-साथ मारियुपोल, खारकीव और सुमी शामिल हैं। आपको बता दें कि भारत के लिहाज से भी आज का युद्ध विराम काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अब भी इन शहरों में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं जिन्हें बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। हालांकि रूस के हमलों के बाद यूक्रेन में तबाही का मंजर है। दोनों देशों के अपने-अपने दावे हैं लेकिन कहीं ना कहीं 2 देशों की लड़ाई में आम लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

यूक्रेन का दावा है कि रूस की ओर से की जा रही गोलीबारी में अब तक 38 बच्चों की मौत हो गई है। यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव में रूसी हमलों की वजह से इमारतों को नुकसान हुआ है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस के हमलों को ‘‘केवल तभी रोका जा सकता है, जब कीव शत्रुता समाप्त कर दे।’’ माना जा रहा है कि रूस के हमले में अब तक के सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। रूस ने यह भी दावा किया है कि अब तक उसने यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर अपना कब्जा जमा लिया है। दावा किया जा रहा है कि अब तक तकरीबन 15 लाख लोगों को यूक्रेन छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। रूसी सेना ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यूक्रेन को ‘No-Fly Zone’ घोषित करने वाले देश को युद्ध में शामिल माना जाएगा। 

यूक्रेन का दावा है कि मध्य, उत्तरी और दक्षिण हिस्से में स्थित शहरों में रूसी बलों ने गोलाबारी तेज कर दी है।  यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अपने लोगों से विद्रोहियों के खिलाफ लामबंद रहने का आग्रह किया है, खासकर उन शहरों में जहां रूस ने कब्जा कर लिया है। जेलेंस्की ने अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) देशों से यूक्रेन में और अधिक युद्धक विमान भेजने का आग्रह किया। रूसी सेना के यूक्रेन में गोलाबारी तेज करने के बीच युद्धग्रस्त देश के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से रूस के खिलाफ प्रतिबंध और कड़े करने का आग्रह किया है। जेलेंस्की ने कहा, ‘‘ मैंने एक भी विश्व नेता की इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं सुनी। आक्रमण करने वाले का दुस्साहस दिखाता है कि मौजूदा प्रतिबंध पर्याप्त नहीं हैं।’’ जेलेंस्की ने ऐसे अपराधों का आदेश देने और उन्हें अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए एक ‘‘प्राधिकरण’’ बनाने का आह्वान किया।