नयी दिल्ली। यूक्रेन और रूस के बीच 35 दिनों से युद्ध चल रहा है। ऐसे में दुनिया के तकरीबन कई बड़े देशों ने रूस पर कई बड़े प्रतिबंध लगाए हैं। इसके बावजूद भी रूस ने भारत को बड़ा प्रस्ताव दिया है। आपको बता दें कि रूस से भारत कच्चा तेल और हथियार रखीदता है। ऐसे में रूस ने भारत को आयातित सामानों के भुगतान के लिए एक बड़ा प्रस्ताव दिया है, जिस पर भारत विचार कर रहा है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने भारत को रूपए-रूबल में भुगतान करने का प्रस्ताव दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक रूस के मैसेजिंग सिस्टम एसपीएफएस के इस्तेमाल से भारत रूपए-रूबल में भुगतान कर सकता है। हालांकि भारत सरकार इस पर विचार कर रही है और अभी तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है।
भारत के रूख पर भड़का अमेरिका !
हाल ही में अमेरिका ने भारत के रूख पर नाराजगी जताई थी। अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा था कि यूक्रेन मामले को लेकर भारत को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की निंदा करनी चाहिए और नयी दिल्ली को रूस या चीन से तेल नहीं खरीदना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि अब समय आ गया है कि नयी दिल्ली यह सुनिश्चित करे कि वो किसके साथ है।
रूसी विदेश मंत्री का भारत दौरा
यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव 31 मार्च से दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत आ रहे हैं। यूक्रेन के खिलाफ 24 फरवरी को रूस द्वारा शुरू किए गए सैन्य अभियान के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है। सर्गेई लावरोव के चीन की दो दिवसीय यात्रा समाप्त करने के बाद भारत की यात्रा पर आने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव 31 मार्च से एक अप्रैल तक भारत के आधिकारिक दौरे पर आएंगे। समझा जाता है कि सर्गेई लावरोव की यात्रा के दौरान भारत द्वारा रूस से तेल और द्विपक्षीय कारोबार के लिए भुगतान प्रणाली पर चर्चा पर होगी।