बिना प्रयोग लाखों की मशीन बन गई कबाड़


(राजेन्द्र जायसवाल )
वाराणसी(काशीवार्ता)। मरीजों के इलाज के विवरण के लिए आये कम्पूट्रीय उपकरण बिना उपयोग में आये ही मंडलीय अस्पताल कबीर चौरा में कबाड़ में परिवर्तित हो रही है। दूसरी तरफ भीषण गर्मी में अस्पताल में भर्ती मरीजों को गर्मी से निजात के लिए कूलर भी बिना मरम्मत के कबाड़ बनते जा रहे हैं । मरीजों के बेहतर इलाज में सहायक के तौर पर मंडलीय अस्पताल कबीर चौरा में लगभग 10 वर्ष पूर्व लाखों की कीमत का कम्पूट्रीय कृत उपकरण शासन ने भेजा था। जिसमे मरीजों को कौन डाक्टर देख रहा है, क्या रोग है, उपचार क्या हो रहा है समेत तमाम जानकारियां मरीज एवं डाक्टर के नाम समेत भरी जानी थी। मरीज के परिजन भी स्वयं उससे यह जानकारी प्राप्त कर सकते थे । लेकिन यह मशीन बिना उपयोग में आये ही कबाड़ हो रही है। इसी प्रकार भीषण गर्मी में मरीज ठंडी हवा के लिए बेचैन है लेकिन कूलर भी बिना मरम्मत के कबाड़ बन रहे है। इस बाबत अस्पताल के प्रमुख अधिक्षक डा एस पी सिंह ने बताया कि उपरोक्त उपकरण आने के बाद कोई आपरेटर शासन की तरफ से नहीं मिला। इसके चलते मशीन पड़ी है। कूलरों की मरम्मत करवाई जा रही है।