यूपी: कमिश्नरेट जिलों के साथ CM योगी की बैठक, कहा- पुलिस-माफिया गठजोड़ की शिकायत स्वीकार्य नहीं


पी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कमिश्नरेट जिलों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. सीएम योगी ने यूपी के कमिश्नरेट जिलों के अलावा पंचायत चुनाव, कानून व्यवस्था, जिले में कोरोना की स्थिति और उससे बचाव के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों पर भी बात की. बंगाल दौरे से लौटकर सीएम ने अपने आवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ये बैठक की.

बता दें कि सीएम योगी ने लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, वाराणसी और कानपुर के पुलिस कमिश्नरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा संवाद किया. इस बैठक में प्रमुख रूप से एसीएस गृह अवनीश अवस्थी, डीजीपी एच सी अवस्थी, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार शामिल रहे.

सीएम ने लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, वाराणसी और कानपुर नगर के पुलिस कमिश्नरों के साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने बैठक में कई दिशा-निर्देश दिए. सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में सुदृढ़ कानून-व्यवस्था के लिए राज्य सरकार संकल्पित है. जीरो टॉलरेंस हमारी नीति है. पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था को लागू करने के पीछे इसी संकल्प का भाव है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली के अच्छे परिणाम मिले हैं. अपराध पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है, इसे देखते हुए वाराणसी और कानपुर नगर में भी यह प्रणाली लागू की गई है.

उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली एक बड़ा बदलाव है और लोगों को इस बदलाव का सुखद अहसास होना चाहिए. कोई जब इस क्षेत्र में प्रवेश करे तो उसे अनुभव होना चाहिए कि वह किसी विशिष्ट क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है. चारों कमिश्नरेट बेहतर पुलिसिंग के लिए मानक प्रस्तुत करें. सेफ सिटी परियोजना को प्राथमिकता दी जाए, ट्रैफिक नियंत्रण के संबंध में नियोजित कार्यवाही की जरूरत है.

सीएम ने आगे कहा कि माफियाओं के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुसार पूरी सख्ती से निपटा जाए. पुलिस-माफिया गठजोड़ की एक भी शिकायत स्वीकार्य नहीं है. ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए तत्काल सिस्टम से बाहर करें. भष्टाचार पर प्रहार में कतई कोताही न करें.

यूपी के सीएम ने बैठक में कहा कि वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम और सारनाथ जैसे विशेष महत्व के क्षेत्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए. इसके लिए पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त मानव संसाधन उपलब्ध कराया जाए.