लखनऊ, : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2846 नवचयनित प्रवक्ताओं और सहायक अध्यापकों को नियुक्ति प्रत्र प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ”सरकार ने प्रयास किया कि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को तेज करते हुए रिक्तियों को पूरी तरह भरें।” सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में इस दौरान उच्च, माध्यमिक, बेसिक और तकनीकी शिक्षा के लगभग 1.50 लाख पद भरे गए। सभी नवचयनित शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन मेरिट के आधार पर विद्यालय भी चयन करके उपलब्ध कराए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के अंदर प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। उत्तर प्रदेश देश में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आया है, जबकि 2017 से पहले प्रदेश अर्थव्यवस्था के मामले में छठवें नंबर पर था। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के परंपरागत उद्योग ओडीओपी के जरिए देश से लेकर विदेश तक अपनी पहचान बना रहे हैं और प्रदेश को विकास के मार्ग पर आगे ले जा रहे हैं।
सीएम ने कहा कि नई शिक्षा नीति आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। 2017 से पहले पारदर्शी व्यवस्था नहीं थी लिहाजा प्रतिभागी निराश रहता था। पिछले 15 से 20 सालों में कभी इतनी नियुक्तियां नहीं हुईं, जितनी नियुक्तियां हमारे साढ़े चार साल के कार्यकाल में हुई हैं। प्रदेश के अंदर कानून-व्यवस्था की बेहतर स्थिति की वजह से देश के अलावा विदेश में भी उत्तर प्रदेश की छवि बदली है। लोगों को लगता है कि अब प्रदेश सुरक्षित है। निवेशकों को इस बात का भी भरोसा है कि अब यहां कोई धन उगाही नहीं कर सकता।
सीएम ने कहा, यह वही प्रदेश है जहां से नौजवान भागता था। यहां उन्हें संभावनाएं नहीं दिखती थीं। आज हालात बदले हैं, नौजवान प्रदेश में ही निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी मिल रही हैं। आज प्रदेश के परंपरागत उद्योग ओडीओपी के जरिए देश से लेकर विदेश तक अपनी पहचान बना रहे हैं और प्रदेश को विकास के मार्ग पर आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज 2846 शिक्षक चयनित होकर जाएंगे। लेकिन किसी भी शिक्षक को पूरी प्रक्रिया में कहीं भी सिफारिश कराने की जरूरत नहीं आई होगी। पिछली सरकार वंशवाद, जातिवाद और भ्रष्टाचार में डूबी थी, लेकिन आज हमारी सरकार में पारदर्शी तरीके से लोगों को नियुक्त किया जा रहा है ताकि प्रदेश की प्रतिभा को आगे बढ़ाया जा सके।