उत्तर प्रदेश में धान खरीद को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है. सीएम ने कहा है कि राज्य में किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए अब डीएम भी जिम्मेदार होंगे. राज्य में हाल ही में धान खरीद के दौरान कई अनियमितताओं की शिकायत आई थी. किसानों ने आरोप लगाया था कि उनकी उपज का उचित मूल्य उन्हें नहीं मिल पा रहा है.
इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें निर्देश दिया कि किसानों के धान की समय से खरीद हो औ उन्हें इसका उचित मूल्य मिले, ये जिम्मेदारी जिलाधिकारी की होगी.
राज्य सरकार के मुताबिक धान खरीद में लापरवाही बरतने वाले जिलाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इसी के साथ राज्य सरकार ने धान खरीद को लेकर अब तक आकंड़ा जारी किया है. जिसके मुताबिक अब तक राज्य में 1 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. पिछले साल इस समय तक 10 हजार मीट्रिक टन की ही धान खरीद हुई थी. इस साल यूपी सरकार अपना बनाया रिकार्ड खुद तोड़ दिया है.
बता दें कि यूपी में धान खरीद की प्रक्रिया 1 अक्टूबर को शुरू हुई थी. 1 अक्टूबर को सीएम ने किसानों से अपील की थी कि वे MSP से कम कीमत पर कहीं भी धान न बेंचे. तब सीएम ने ट्वीट करते हुए कहा था कि किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष धान कॉमन का समर्थन मूल्य 1,868 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान का 1,888 रुपये प्रति क्विटंल
निर्धारित किया है. कृपया MSP से कम कीमत पर कहीं भी धान बिक्री न करें.
हाल ही में रिपोर्ट आई थी कि यूपी के कुछ किसानों से कमीशन खोर मात्र 1000 रुपये प्रति क्विटंल की रेट पर धान खरीद रहे हैं और इस धान को पंजाब में ले जाकर ऊंचे कीमतों पर बेच रहे हैं.