यूपी चुनाव को लेकर एनडीए में बनी सीट बंटवारे पर सहमति, अपना दल और निषाद पार्टी को मिलेंगी इतनी सीटें


उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा लगातार अपनी तैयारी कर रही है। इन सबके बीच अपनों के ताबड़तोड़ इस्तीफो ने कहीं ना कहीं पार्टी की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। हालांकि, पार्टी अपने सहयोगियों के साथ चुनावी मैदान में फिर से पूरी दमखम के साथ उतरने के लिए तैयार है। आज उम्मीदवारों के नाम को फाइनल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय में एक बड़ी बैठक हो रही है। इससे पहले पार्टी ने अपने सहयोगी दलों को भी साथ रखने की कोशिश की है। खबर के मुताबिक भाजपा की अपने सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है।

सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक सीट बंटवारे के तहत अनुप्रिया पटेल की अपना दल को 14 सीटें और संजय निषाद की निषाद पार्टी को 17 सीटें दी जा सकती है। बाकी की सभी सीटों पर भाजपा अपना उम्मीदवार उतारेगी। हालांकि खबर यह भी है कि दोनों दल 30-30 सीट पर अड़े हुए हैं। जबकि भाजपा ने साफ कह दिया है कि हम इससे ज्यादा सीट नहीं दे सकते है। अपना दल ने 2017 के चुनाव में 11 सीटों पर लड़ा था जिसमें से 9 जीतकर विधायक बने थे। इस बार उसे 3 सीटें ज्यादा दी जा रही है। पिछली बार ओमप्रकाश राजभर को भाजपा ने 8 सीटें दी थी। हालांकि, ओमप्रकाश राजभर इस बार भाजपा के साथ नहीं हैं। भाजपा के साथ इस बार संजय निषाद है।

खबर यह भी है कि भाजपा बागियों को मनाने में जुट गई है। स्वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल को बागियों को मनाने की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि इनमें से कई नेता ऐसे भी हैं जिनका टिकट इस बार कट सकता था। चुनाव को देखते हुए कई नेता पार्टी का जहां दामन छोड़ रहे हैं तो वहीं कई दूसरे नेता पार्टी में शामिल हो रहे हैं। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी भी अपने गठबंधन के सहयोगियों के साथ लगातार चुनावी मंत्रणा कर रही है। खबर यह भी है कि समाजवादी पार्टी ने भी अपने गठबंधन की सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे पर बना ली है।