उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए लगातार चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। इसी कड़ी में आज शिकोहाबाद से भाजपा विधायक मुकेश वर्मा ने पार्टी के प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भेज दिया है। आपको बता दें कि भाजपा को इससे बड़ा झटका माना जा सकता है। योगी सरकार के 2 बड़े मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान के इस्तीफा के बाद कई विधायकों ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। इसी कड़ी में अब नया नाम मुकेश वर्मा का है। मुकेश वर्मा ने स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ खड़े रहने वाला बयान दिया है। इससे माना जा सकता है कि कहीं ना कहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद ही मुकेश वर्मा ने अपना इस्तीफा दिया है।
इस्तीफा देने के बाद मुकेश वर्मा ने पार्टी और प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाए। मुकेश वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने 5 साल के कार्यकाल के दौरान दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं को महत्व नहीं दी है और ना ही उन्हें कोई सम्मान दिया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की राज्य में घोर उपेक्षा की गई है। इसी वजह से उन्होंने भाजपा के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य हमेशा शोषित-पीड़ितों की आवाज हैं, वही हमारे नेता हैं और मैं उनके साथ खड़ा हूं।
2 दिन के भीतर बीजेपी के 7 विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है। अब तक के सीतापुर से विधायक राकेश राठौर ने पार्टी का दामन छोड़ा है। इसके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य, भगवती सागर, बृजेश प्रजापति, रोशन लाल वर्मा, अवतार सिंह भड़ाना जैसे नेताओं ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया है। दूसरी ओर उम्मीदवारों के नाम के चयन को लेकर भाजपा की बड़ी बैठक आज भी दिल्ली में चल रही है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़ रहे हैं। मकर संक्रांति के बाद भाजपा कभी भी अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है। वहीं समाजवादी पार्टी पहले और दूसरे चरण के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा आज कर सकती है।