सूदखोरों से तंग आकर दी जान : वाराणसी में हुक्काबार संचालक ने खुद को गोली मारकर दी जान, कर्ज से था परेशान


वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र के मीरापुर बसही में मंगलवार सुबह एक युवक ने खुद को गोली मार कर जान दे दी। वह हुक्काबार संचालक था। पिता का कहना है कि वह ब्याज पर लिए रुपये के कर्ज से परेशान था। सूदखोरों से तंग आकर उसने आत्महत्या की है। सूचना पर एसपी कैंट रत्नेश्वर सिंह गांव पहुंचे। परिवार वालों से घटना के बारे में पूछताछ की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी पर रखवाया है।

मीरापुर बसही निवासी अजय कुमार गुप्ता ने सुबह करीब 10 बजे खुद को गोली मार ली। घटना के समय हुक्काबार में अजय के भाई समेत चार लोग बैठे थे। गोली की आवाज सुनकर सब दंग रह गए। आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे तो देखा कि खून से लथपथ अजय कराह रहा था। आनन फानन परिवार के लोग घायल अजय को सिंह मेडिकल लेकर पहुंचे। गंभीर हालत को देखते हुए यहां से चिकित्सक ने घायल को ट्रामा सेंटर बीएचयू के लिए रेफर कर दिया। ट्रामा सेंटर में चिकित्सकों ने जांच के बाद अजय को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर लगते ही घर पर कोहराम मच गया। उधर, ट्रामा सेंटर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी पर रखवा दिया है।

दिनरात सूदखोर बेटे को करते थे परेशान
मृतक अजय कुमार गुप्ता के पिता भरतलाल गुप्ता का कहना है कि अजय ने ब्याज पर लाखों रुपये कर्ज लिया था। कर्ज अदा करने के लिए सूदखोर दिनरात उसे तंग करते थे। सूदखोरों की वजह से ही बेटे ने यह कदम उठाया है। घटना की सूचना पर पुलिस फोर्स,फोरेंसिक टीम, एलआईयू ने मौके पर पहुंचकर वारदात की गहनता से जांच पड़ताल की।

सूदखोरों से तंग आकर कइयों ने दी है जान

  • केस-1: बेलवरिया निवासी सर्वेश ने सूदखोरों की प्रताड़ना से आजिज आकर छह जनवरी को शिवपुर क्षेत्र के भगवानपुर में ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी।

गंगा में छलांग लगाकर व्यापारी ने दी थी जान

  • केस-2: सूदखोरों के उत्पीड़न से आजिज आकर अगस्त 2019 में चितईपुर क्षेत्र की विश्वकर्मा नगर कॉलोनी निवासी व्यापारी ने शास्त्री पुल से गंगा में छलांग लगा दी थी। व्यापारी ने सुसाइड नोट में लिखा था कि तीन सूदखोरों के कारण आत्महत्या कर रहा हूं। सूदखोर हर महीने 40 प्रतिशत ब्याज लेता था। चार लाख की जगह 40 लाख दे चुका, लेकिन कर्ज खत्म ही नहीं हो रहा है। ऊपर से सूदखोर घर और दुकान आकर अलग से बेइज्जत करता है।

ब्याज और अपमान से आजिज व्यापारी ने दी थी जान

  • केस-3: अक्तूबर 2015 में हुकुलगंज निवासी पान के थोक व्यवसायी ने सूदखोरों से आजिज आकर राजघाट पुल से गंगा में छलांग लगा कर जान दे दी थी। आत्महत्या से पहले अपने करीबियों से व्यापारी का यही कहना था कि मूलधन कबका खत्म हो गया, लेकिन सूदखोर को ब्याज देकर और आए दिन उससे अपमानित होकर वह आजिज आ गया है। इस वजह से अब उसके सामने मौत के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है।

जहर खाकर किया था आत्महत्या का प्रयास

  • केस-4: वर्ष 2020 के आखिरी में लोहता के सूदखोर से आजिज आकर डीरेका के एक कर्मचारी ने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया था। कर्मचारी का कहना था कि उसने एक जरूरी काम के लिए 15% ब्याज दर पर पैसा उधार लिया था। इसी बीच परिजनों की तबीयत खराब होने पर वह चार माह की किश्त नहीं दे पाया तो सूदखोर उसका जीना दूभर कर दिया था। अंतत: जब उसे लगा कि अब इज्जत नहीं बचेगी तो उसने जान देने का प्रयास किया था।