उत्तर प्रदेश: गोंडा में सिलेंडर ब्लास्ट के बाद ढहा मकान, 4 बच्चों समेत 8 की मौत, 7 गंभीर घायल


गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा में बुधवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। जानकारी के मुताबिक वजीरगंज क्षेत्र में विस्फोट के बाद एक मकान जमींदोज हो गया। इस दौरान 1 दर्जन से ज्यादा लोग मलबे में दब गए, जिन्हें बड़ी मशक्कत से बाहर निकाला गया और नवाबगंज पीएचसी भेजा गया। हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनको जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है और उच्च अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था और घटना की उच्च स्तरीय जांच के भी आदेश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि देर रात टिकरी गांव में नूरल हसन के घर में जोरदार धमाका हुआ और दो मंजिला मकान पूरी तरह जमींदोज हो गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने एक जेसीबी और पोकलैंड मशीन की सहायता से मलबे को हटवाया और पीड़ितों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने 8 लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि 7 की हालत गंभीर है। मृतकों में 2 पुरुष, 2 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल हैं। विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम को लगाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया घरेलू सिलेंडर के विस्फोट से छत गिरना बताया जा रहा है। फिलहाल घटना की गहराई से छानबीन की जा रही है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

उन्होंने बताया कि हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान नुरूल हसन के पुत्र शमशाद (23), मिराज (11), निसार अहमद (35), पुत्री रवीना बानो (38), निसार की पत्नी सायरुन निशा (37), पुत्री नूरी शबा (12), पुत्र शहबाज अहमद (15) के अलावा आरिफ शेख के 2 वर्षीय पुत्र मोहम्मद शोएब के तौर पर की गई है। वहीं गंभीर रूप से घायल इरशाद अहमद (32), रिहान (10), मोहम्मद जैद (8), मोहम्मद निजाम (10), गुलनाज (18), अनीसा (28) और नुरुल हसन (60) का उपचार चल रहा है।