वाराणसी में इन दिनों डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। इस बीच बारिश और बाढ़ के कारण जगह-जगह जमा पानी में लार्वा मिलने से खतरा और बढ़ने की आशंका है। आलम यह है कि मंडलीय अस्पताल की इमरजेंसी में बना 9 बेड का डेंगू वार्ड फुल हो गया है। जबकि इस साल अब तक 50 से अधिक मरीज मिल चुके हैं।
मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से ही ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स लेने के लिए भी इंतजार करना पड़ रहा है। आईएमए ब्लड बैंक से हर दिन 20 से 30 यूनिट प्लेटलेट्स दिया जा रहा है। यही स्थिति बीएचयू अस्पताल के ब्लड बैंक में भी है। इसमें भी सिंगल डोनर प्लेटलेट्स लेने वालों की संख्या अधिक है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू, मलेरिया पर नियंत्रण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में जहां आईएमएस बीएचयू और दीनदयाल अस्पताल में डेंगू के सैंपल की जांच कराई जा रही है। वहीं, बरेका अस्पताल, मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा, शास्त्री अस्पताल रामनगर में डेंगू मरीजों का इलाज चल रहा है।
निजी अस्पतालों में भी रोजाना मरीज पहुंच रहे हैं। मंडलीय अस्पताल के एसआईसी डॉ. प्रसन्न कुमार ने बताया कि डेंगू वार्ड के भरने के बाद 12 बेड का नया वार्ड बनाया गया है। इस साल अब तक 55 से अधिक मरीज मिल चुके हैं, जिसमें बरेका अस्पताल में 30 मरीज शामिल हैं। इसके अलावा रैपिड टेस्ट में भी 110 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
आईएमए के सचिव डॉ. आरएन सिंह ने कहा कि डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है। आईएमए में ब्लड की तुलना में प्लेटलेट्स लेने वालों की संख्या बढ़ी है। नियमानुसार लोगों को प्लेटलेट्स दिया जा रहा है।
लार्वा मिलने पर 30 लोगों को नोटिस जिला मलेरिया अधिकारी एससी पांडेय ने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर स्थित सरकारी कार्यालयों के साथ ही भगवानपुर, रमना, आराजीलाइन, कमच्छा, बिरदोपुर, लंका, भिखारीपुर आदि जगहों पर डेंगू का लार्वा मिलने पर 30 लोगों को नोटिस देकर घर व आसपास साफ-सफाई करने के निर्देश दिए गए है।