उत्तर प्रदेश के लखनऊ और गौतमबुद्धनगर के बाद अब कानपुर और वाराणसी में कमिश्नरेट व्यवस्था लागू कर दी गई है. ए सतीश गणेश को वाराणसी का पहला पुलिस कमिश्नर और असीम अरुण को कानपुर का पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार ने कई आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया.
एसएसपी वाराणसी रहे अमित पाठक को गाजियाबाद भेजा गया है. आईपीएस अफसर अखिलेश कुमार मीणा व अनिल सिंह को वाराणसी, डीआईजी रेलवे पुष्पांजलि को गौतमबुद्धनगर, मनोज कुमार और आकाश कुलहरि को कानपुर में अपर पुलिस आयुक्त, पीयूष मोर्डिया को लखनऊ में संयुक्त पुलिस आयुक्त बनाया गया है.
इसके अलावा ज्वाइंट कमिश्नर लखनऊ नवीन अरोड़ा को आगरा रेंज, रमित शर्मा को बरेली रेंज और एसके भगत को वाराणसी रेंज का आईजी बनाया गया है. वहीं, जे रविन्द्र गौड़ को मिर्ज़ापुर, दीपक कुमार को अलीगढ़, जोगेन्द्र कुमार को झांसी, शलभ माथुर को मुरादाबाद का डीआईजी बनाया गया है.
किरीट कुमार राठौर को पीलीभीत, बबलू कुमार को एटीएस, मुनिराज जी को आगरा, कलानिधि नैथानी को अलीगढ़, रोहन पी कनय को झांसी, दिनेश कुमार पी को गोरखपुर, सचिन्द्र पटेल को कुशीनगर, संतोष सिंह को गोंडा, शैलेश पांडे को अयोध्या, बृजेश कुमार सिंह को इटावा, आकाश तोमर को प्रतापगढ़ और सुजाता बहराइच की एसएसपी बनाई गई.
कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने से होंगे ये बदलाव
कानपुर और वाराणसी में कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने से के बाद अब पुलिस कमिश्नर, ज्वॉइंट कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर जैसे पद पुलिस अधिकारियों को दिए जाएंगे. दरअसल, इस नए सिस्टम के लागू होने के बाद अब पुलिस अधिकारी को जिलाधिकारी और एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के अधिकार मिलेंगे.