वाराणसी: कबीरचौरा मूलगादी के उत्तराधिकारी प्रमोद दास को बनाया गया है। कबीर प्राकट्योत्सव पर महंत विवेकदास ने इसकी घोषणा की। बृहस्पतिवार को कबीरचौरा मठ में सादगी से उत्तराधिकारी बनाने की प्रक्रिया पूर्ण की गई। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सीमित संख्या में कबीरपंथी मौजूद रहे।
महंत विवेकदास ने कहा कि देश विदेश में मठ की गतिविधियां संचालित हो रही हैं। इसलिए यह मनोनयन जरूरी हो गया था। मठ को संचालित करने के लिए पांच सदस्यीय संरक्षक और सलाहकार मंडल का गठन किया गया।
बता दें कि आज ज्येष्ठ पूर्णिमा पर संत कबीर का प्राकट्योत्सव मनाया जा रहा है। श्रमसाधक कबीर ने भक्ति और वैराग्य रस की जो धारा बहाई वह अनवरत प्रवाहमान है। भारत ही नहीं सात समंदर पार कबीर के अनुयायी हैं। राम और रहीम को साथ लेकर चलने वाले संत कबीर काशी में ही जन्मे। राम नाम के मंत्र ने ही कबीरदास को संत कबीर बनाया।