वाराणसी (काशीवार्ता)। समय से पहुंचे मानसून की दस्तक से जहां किसान हर्षित हैं वहीं शहरी क्षेत्र में हो रही झमाझम बारिश लोगों के लिए मुसीबत साबित हो रही है। शनिवार की दोपहर आसमान में छाये काले बादल न केवल घंटों डेरा जमाए रहे बल्कि वे जमकर बरसे। झमाझम बारिश के बाद शहर के निचले इलाकों में जल जमाव हो गया वहीं सड़कों पर पानी लगने से राह चलते लोगों को दुश्वारियां झेलनी पड़ी। अंधरापुल, चौकाघाट, संपूर्णानंद, मलदहिया, सिगरा, महमूरगंज, भिखारीपुर तिराहा, नई सड़क, गोदौलिया, लक्सा, सोनारपुरा, रेवड़ी तालाब, गुरुबाग, कमच्छा तिराहा, रविन्द्रपुरी, लंका तिराहा, अस्सी आदि क्षेत्रों में जबरदस्त जल जमाव का नजारा देखने को मिला। इन मांगों से गुजरने वाले कई दुपहिया वाहन फंस गए, वहीं चार पहिया वाहन चालकों को भी दुश्वारियां झेलनी पड़ी। भिखारीपुर तिराहा मार्ग पूरी तरह से ताल तलैया बन गया था, वहीं ककरमत्ता फ्लाईओवर के नीचे सीवर जाम के चलते संपर्क मार्ग का बुरा हाल हो गया है। संपर्क मार्ग पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील हो गया है। जल जमाव से तारकोल की सड़क गिट्टी, कंक्रीट में बदल गयी है। यहां आज सुबह कई वाहन फंस गए, वहीं कई लोग गिरते-पड़ते दिखे।
झमाझम बारिश से किसान हुए खुश, धान की रोपाई में जुटे: उधर, ग्रामीण इलाकों के मोहनसराय, मिल्कीचक, टोडरपुर, जगतपुर, जक्खिनी, शहंशाहपुर, मरुई, कोईली, दीपापुर में तेज गरज चमक के साथ मूसलाधार बारिश हुई। ग्रामीण क्षेत्रों के सड़कों पर तथा गांव की गलियों में जल जमाव व कीचड़ से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तेज बारिश को लेकर किसान नेता विनय शंकर राय मुन्ना, लल्लन दुबे, चंद्रशेखर सिंह, सुधाकर पांडेय तथा हरि नारायण सिंह इत्यादि किसानों ने बताया कि इस बारिश से सब्जी की खेती को नुकसान पहुंचेगा लेकिन धान की खेती करने वाले के लिए फायदेमंद होगा।