39 बरस के महेंद्र सिंह धोनी हांफते-खांसते एक ऐसे योद्धा दिख रहे थे, जिसके हाथ से जूझने और जीतने का जादू हवा होता जा रहा है और वो बीच मैदान अपनी साख और सल्तनत गंवा रहा है.
धोनी की सांसें जिस वक़्त ऊपर-नीचे हो रही थीं, इरफ़ान पठान जैसे उनके पुराने साथी ट्विटर पर बिना नाम लिए उनकी बढ़ती उम्र का सवाल उठा रहे थे और उन्हें कठघरे में खड़ा कर रहे थे.
दुबई, 4 अक्टूबर 2020
धोनी मुस्करा रहे थे. तीन हार के बाद मिली जीत की खुशी उनके चेहरे पर तैर रही थी और वो एक सवाल के जवाब में चहकते हुए बता रहे थे, “ये (जीत) सिर्फ़ वक़्त की बात थी”… यानी ये दिन बस आने को ही था.
और वहीं, इरफ़ान पठान भी सुर बदलते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के “कमबैक” की तारीफ़ में जुटे थे और ट्विटर यूज़र्स ने उन्हें दो दिन पहले का कमेंट याद दिलाना शुरू कर दिया था.
आईपीएल-13 में एक जीत से चेन्नई सुपर किंग्स की दुनिया नहीं बदली है लेकिन ये उम्मीद ज़रूर जवान हुई है कि वो दुनिया बदल सकते हैं.
‘वॉटसन इज़ बैक’
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ये उम्मीद जगाई है 39 बरस के ही एक ऐसे खिलाड़ी ने जिनका आईपीएल में ‘खेल ख़त्म’ मान लिया गया था.
नाम है शेन वॉटसन. शुक्रवार रात वॉटसन के बल्ले से सिर्फ़ रन निकला था लेकिन रविवार को तो उन्होंने दे-दनादन कर दिया.
53 गेंद में 11 चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 83 रन.
बल्लेबाज़ी का स्टाइल और क्लास वही जिसके ज़रिए उन्होंने चेन्नई और ऑस्ट्रेलिया के लिए न जाने कितने मैच जीते हैं.
किंग्स इलेवन पंजाब के ख़िलाफ़ यही लगा कि वॉटसन की उम्र सिर्फ़ एक ऐसी संख्या है जिसे नज़रअंदाज़ किया जा सकता है और गिनती करनी ही है तो उनके बल्ले से बरसते चौके और छक्के गिने जाएं. या स्कोर बोर्ड पर तेज़ी से बदलते आंकड़ों को निहारा जाए. सोशल मीडिया पर फैन्स और मैच की कमेंटरी कर रहे पूर्व खिलाड़ी ‘वॉटसन इज़ बैक’ की रट लगाने लगे.
मैन ऑफ़ द मैच वॉटसन
पंजाब का ऐसा कौन-सा गेंदबाज़ था, जो वॉटसन के ‘हत्थे’ नहीं चढ़ा.
वो पहले ओवर से बरस रहे थे. रंग में फ़ाफ डू प्लेसी भी थे लेकिन जब तक डू प्लेसी ने पहला चौका जड़ा तब तक वॉटसन चार बार गेंद को बाउंड्री के बाहर भेज चुके थे.
वॉटसन सिक्स हिटिंग के लिए मशहूर हैं लेकिन शायद वो बड़ी पारी खेलना चाहते थे तो हवाई शॉट पर काबू रखना चाहते होंगे.
उन्होंने पहला छक्का नौवें ओवर में जमाया. दूसरा चौदहवें और तीसरा पंद्रहवें ओवर में.
डू प्लेसी ने वॉटसन के ही बराबर गेंदे खेलीं. चौके भी उतने ही जड़े और रन चार ज़्यादा बनाए लेकिन मैन ऑफ़ द मैच वॉटसन बने. तो समझा जा सकता है कि देखनेवालों के सिर उनकी पारी का जलवा कैसा चढ़ा होगा.
मिली जीत की लय
डू प्लेसी के साथ मिलकर 181 रन जोड़ने वाले वॉटसन ने रिकॉर्ड बुक में एंट्री ली. आईपीएल में 10 विकेट से जीत दर्ज करने वाली टीमों में ये दूसरी सबसे बड़ी जीत है.
इस जीत ने चेन्नई को आख़िरी पायदान से उठाकर छठे नंबर पर पहुंचा दिया है.
चेन्नई के दूसरे ओपनर डू प्लेसी लगातार रन बना रहे हैं. वो 282 रन के साथ आईपीएल-13 में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में दूसरे नंबर पर हैं. वॉटसन के ‘टाइम मशीन’ में सवार होने यानी ‘सुनहरे दिनों’ जैसी लय हासिल करने के बाद विरोधी टीमों की फिक्र बढ़ना लाज़मी है.
ये है माही मैजिक
जीत से जलवा कप्तान धोनी का भी बुलंद हुआ. वो टॉस भले ही हार गए लेकिन टीम की कामयाबी में रोल उनका भी अहम रहा.
धोनी ने शार्दुल ठाकुर की गेंद पर किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान केएल राहुल का बेहतरीन कैच थामा.
ये कामयाबी 18वें ओवर में तब मिली जब राहुल तेज़ी से रन जुटाने में लगे थे. एक गेंद पहले ही शार्दुल ने गेंदबाज़ों पर बरस रहे निकोलस पूरन को विदा किया था.
धोनी ने जिस अंदाज़ में गेंदबाज़ों को बदला, चेन्नई को उसका भी फ़ायदा मिला. किंग्स इलेवन पंजाब अच्छी शुरुआत के बाद भी 180 रन तक भी नहीं पहुंच सकी. ये कमाल उस बॉलिंग लाइन-अप ने किया जिसमें कोई बड़ा स्टार नहीं है.
चेन्नई के बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन की पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी दिल खोलकर तारीफ़ की.
‘ग़लती का है अंदाज़ा’
किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान केएल राहुल एक बार फिर मायूस रहे. वो बहुत अजब स्थिति में दिख रहे थे. राहुल आईपीएल-13 के सबसे कामयाब बल्लेबाज़ हैं लेकिन पांच मैच खेल चुकी उनकी टीम आख़िरी पायदान पर है.
राहुल का कहना है कि उनकी टीम को पता है कि ‘ग़लती कहां हो रही है.’ उन्हें उम्मीद है कि खिलाड़ी ‘सबक लेंगे और बाउंसबैक करेंगे.’
रंग में रोहित सेना
जब सातवें नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए आया खिलाड़ी चार गेंद में 20 रन बटोर ले. दो आला गेंदबाज़ आठ ओवर में सिर्फ़ 57 खर्च करें और विरोधी टीम के चार अहम बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेज दें तो कप्तान का काम आसान हो ही जाता है.
मुंबई इंडियन्स के कप्तान रोहित शर्मा ख़ुद भी ऐसा ही मानते हैं. सनराइज़र्स हैदराबाद के बाद 37 रन की दमदार जीत के बाद रोहित ने चार गेंद में दो चौके और दो छ्क्के जड़ने वाले क्रुणाल की जमकर तारीफ़ की.
उन्होंने कहा, ‘क्रुणाल ने आज दिखाया कि वो कितने क़ीमती हैं.’
कप्तान रोहित ने मैन ऑफ़ द मैच बने ट्रेंट बोल्ट और जेम्स पैटिंसन की भी तारीफ की. रोहित ने ये भी कहा कि वो गेंदबाज़ों पर अपना ‘प्लान’ नहीं थोपते और गेंदबाज़ों की योजना के मुताबिक़ फील्डिंग लगाते हैं.
बदलाव कहीं हिट-कहीं फ्लॉप
मुंबई के लिए 20वें ओवर में हार्दिक पांड्या का आउट होना वरदान साबित हुआ. हार्दिक लय में थे लेकिन उनकी जगह आए क्रुणाल कहीं ज़्यादा ज़बरदस्त फ़ॉर्म में दिखे.
वहीं, सनराइज़र्स हैदराबाद को खलील अहमद की जगह सिद्धार्थ कौल को टीम में लाना बहुत भारी साबित पड़ा. कौल ने दो विकेट ज़रूर लिए लेकिन चार ओवर में 64 रन लुटा दिए. उनकी ये शाहखर्ची हैदराबाद की हार की बड़ी वजह बनी.
हालांकि भुवनेश्वर कुमार की जगह टीम में आए संदीप शर्मा उम्मीदों पर खरे उतरे. उन्होंने रोहित शर्मा और ईशान किशन के अहम विकेट हासिल किए.
राशिद ख़ान ने रविवार को भी हैदराबाद के लिए बेहतरीन गेंदबाज़ी की. उन्होंने चार ओवर में सिर्फ़ 22 खर्च किए और एक विकेट लिया.
राशिद ने रन का बहाव न रोका होता तो हैदराबाद को कहीं बड़ा लक्ष्य मिलता.