(अजीत सिंह)
गाजीपुर। यूपी की चर्चित सीट में शुमार जिले की मुहम्मदाबाद विधानसभा में स्व. कृष्णानंद राय एवं अंसारी बंधुओं में सियासी जंग तब और तेज हो गई, जब पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी अपने बेटे मन्नू अंसारी के साथ सपा में शामिल हो गए। उनके शामिल होते ही मुहम्मदाबाद विधानसभा की सियासत में जैसे भूचाल आ गया हो। ऐसा माना जा रहा है कि यदुवंशियों के साथ ही कृष्णानंद राय का परिवार इसकी मुख्य वजह बना है। कृष्णानंद के सियासी वारिस पीयूष राय ने अंसारी बंधुओं पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अफजाल, मुख्तार और सिबगतुल्लाह अंसारी गरीबों के रहनुमा नहीं बल्कि उन्होंने गरीबों की संपत्ति लूटकर अकूत धन हासिल किया है। सरकार इनकी संपत्तियों को गरीबों में बांट देगी, तभी पूर्वांचल के उन गरीबों को संतोष होगा। उन्होंने भावुक होकर कहा कि मेरे पिता की मौत का कारण यही अंसारी परिवार है। और मैं इनसे अंतिम सांस तक लड़ूँगा।
एक साक्षात्कार में पीयूष राय ने अंसारी बंधुओं
के सपा में शामिल होने पर सियासी तंज कसा था। उन्होंने कहा कि आखिर जिसका परिवार बसपा से सांसद हो, की वजह क्या है। यह परिवार अवसरवादी है। अगर कोई इन्हें जवाब दे सकता है तो हमारा परिवार ही है। मुहम्मदाबाद से चुनाव लड़ने के सवाल पर पीयूष ने कहा कि पार्टी उन्हें अगर लड़ाना चाहेगी तो वे और उनका परिवार इसका स्वागत करेगा। पार्टी और महाराज जी (मुख्यमंत्री)का निर्देश होगा तो वह पार्टी कार्यकर्ता के रूप में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा, जिस नेता ने सपा मुखिया को भला बुरा कहा हो, आज वही नेता सपा में शामिल होकर अखिलेश की जय जयकार कर रहा है। ऐसे अवसरवादी नेताओं के बारे में खुद अखिलेश को सोचना पड़ेगा। 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले अंसारी बंधुओं का परिवार बसपा में था। अब फिर चुनाव आ रहा है तो बसपा छोड़कर सपा में यह लोग चले गए। लेकिन मुहम्मदाबाद की जनता यह जान चुकी है कि यहां की हालत के लिए कौन जिम्मेदार है। ऐसे माफियाओं से मैं डरने वाला नहीं हूं। अंसारी बंधुओं को हमसे हार का हमेशा डर लगता है। बसपा से तीन बार और सपा से भी तीन बार निकाले गए इन लोगों से अंतिम दम तक लड़ूंगा। दावा किया कि 2022 में दोबारा भाजपा की सरकार बनेगी। पीयूष का यह सियासी बयान मुहम्मदाबाद के सियासी हल्कों में गूंज रहा है।
सिबगतुल्लाह अंसारी पर दर्ज हैं तीन मुकदमें
सांसद अफजाल अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के सपा में जाने के बाद विधायक पुत्र पीयूष राय ने कहा कि अखिलेश यादव को यह पता नहीं है कि जिस सिबगतुल्लाह अंसारी को उन्होंने सपा में शामिल किया है उन पर तीन संगीन धाराओं में मुकदमा है। 1990 में मुलायम सरकार में एक मुकदमा और बसपा शासनकाल में 1996 में दो मुकदमे दर्ज किए गये हैं। इनका परिवार कहीं से पाक साफ नहीं है।