दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए रवाना होने से पहले आज विराट कोहली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली ने तमाम मुद्दों को लेकर खुलकर बातचीत की। विराट कोहली ने तीन स्थितियों को साफ करने की कोशिश की। पहली कि उनके और रोहित शर्मा के बीच में सब कुछ ठीक है। अनबन की खबरें सरासर गलत है। दूसरी यह कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए उपलब्ध हैं और वह इसे खेलने के लिए उत्सुक भी हैं। जैसे ही विराट कोहली ने वनडे की कप्तानी से हटने के सवाल का जवाब दिया उससे एक नया विवाद खड़ा हो गया है। इस विवाद से सबसे बड़ा सवाल तो यही उठ रहा है कि क्या बीसीसीआई और विराट कोहली के बीच में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है?
दरअसल हाल में ही विराट कोहली को वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया था। जबकि विराट कोहली ने टी20 की कप्तानी छोड़ने के वक्त यह कहा था कि वह वनडे और टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी करना चाहते हैं। सवाल उठाए गए तो बीसीसीआई की ओर से अध्यक्ष सौरव गांगुली ने यह दावा किया कि उन्हें टी20 की कप्तानी छोड़ने से रोका गया था। लेकिन वह नहीं माने। यही कारण था कि उन्हें वनडे की कप्तानी से हटाया गया क्योंकि हम सफेद गेंद क्रिकेट में दो कप्तान नहीं रखना चाहते थे। इसके साथ ही गांगुली ने कहा कि इसके बारे में विराट कोहली को बता दिया गया था। लेकिन विराट कोहली के दावे गांगुली से बिल्कुल उलट हैं। विराट कोहली ने कहा कि जब मैंने टी20 की कप्तानी छोड़ने के लिए बीसीसीआई को बताया था तो उन्हें अच्छा रिस्पांस मिला। बीसीसीआई को कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन मुझे यह नहीं कहा गया था कि आप टी20 की कप्तानी मत छोड़िए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं वनडे और टेस्ट की कप्तानी करना चाहता था। उन्होंने कहा कि आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम चयन से 90 मिनट पहले उन्हें एकदिवसीय टीम की कप्तानी से हटाया गया। कोहली ने कहा, ‘‘जो फैसला किया गया उसे लेकर जो भी संवाद हुआ, उसके बारे में जो भी कहा गया वह गलत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आठ दिसंबर को टेस्ट श्रृंखला के लिए चयन बैठक से डेढ़ घंटा पहले मेरे साथ संपर्क किया गया और इससे पहले टी20 कप्तानी को लेकर मेरे फैसले की घोषणा के बाद से मेरे साथ कोई संपर्क नहीं किया गया था।’’ कोहली ने कहा, ‘‘मुख्य चयनकर्ता ने टेस्ट टीम पर चर्चा की जिस पर हम दोनों सहमत थे। बात खत्म करने से पहले मुझे बताया गया कि पांच चयनकर्ताओं ने फैसला किया है कि मैं एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय कप्तान नहीं रहूंगा जिस पर मैंने कहा ‘ठीक है, कोई बात नहीं’।’
कोहली के इस दावे के बाद अब सवाल बीसीसीआई पर उठने लगे हैं। हालांकि बीसीसीआई के सूत्रों ने साफ तौर पर कहा कि कोहली को सितंबर में ही टी20 की कप्तानी छोड़ने से रुकने के लिए कहा गया था। लेकिन वह नहीं माने। बीसीसीआई ने कहा कि सितंबर में ही विराट कोहली से कप्तानी को लेकर बातचीत हो गई थी उनके नहीं मानने पर चेतावनी भी दी गई थी कि सीमित ओवर क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान नहीं हो सकते थे। बावजूद इसके कोहली नहीं माने और यही कारण है कि वनडे और टी20 की कप्तानी के लिए रोहित शर्मा को चुना गया। गांगुली ने कहा था कि हमने विराट से आग्रह किया था कि वह टी20 कप्तानी नहीं छोड़े लेकिन वह कप्तान के रूप में बरकरार नहीं रहना चाहता था। इसलिए चयनकर्ताओं ने महसूस किया कि सीमित ओवरों के दो प्रारूप में दो कप्तान नहीं हो सकते। इससे नेतृत्वक्षमता का टकराव हो सकता है।