जो चीज साथ नहीं जा सकती, उसे दान करने में हर्ज क्या : सुनील सिंह


वाराणसी(काशीवार्ता)। नेत्रदान पखवाड़े के दौरान पियरी स्थित टंडन नर्सिंग होम पर लायंस आई बैंक के तत्वावधान में नेत्रदान परिवार, नेत्रदाता मित्र, मीडिया सहयोगी के सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान लगभग 100 से ज्यादा लोगों का सम्मान हुआ। मुख्य अतिथि काशीवार्ता के संपादक सुनील सिंह, दैनिक जागरण के महाप्रबंधक अंकुर चड्ढा, लायंस डिस्ट्रिक्ट के गवर्नर चेतन पंड्या थे। संस्था के प्रबंधक मुकुंद लाल टंडन ने अध्यक्षता की। संचालन नेत्र सर्जन डॉक्टर अनुराग टंडन एवं डॉक्टर अभिषेक चंद्रा ने किया। इस अवसर पर काशीवार्ता के संपादक सुनील सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय कैलाश टंडन संस्था की स्थापना एवं मरणोपरांत नेत्रदान कराकर अमर हो गए। साथ ही लायंस आई बैंक की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारे देश से ज्यादा श्रीलंका में नेत्रदान होता है। हमें उनसे प्रेरणा लेकर नेत्रदान महादान के संकल्प को साकार करना होगा। निश्चित तौर पर आंखों से कीमती कोई रत्न नहीं। पर जो चीज हमारे साथ जा नहीं सकती उसे दान कर देने में हर्ज क्या है। अंकुर चड्ढा ने कहा कि प्रारंभ से ही नेत्रदान अभियान को जागरण परिवार पूर्ण समर्थन दे रहा है। डॉक्टर टंडन द्वारा नेत्रदान के लिए जो कार्य किया जा रहा है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। चेतन पंड्या ने कहा कि डा. अभिषेक द्वारा डिमेक व डिसेक विधि से नेत्र प्रत्यारोपण का कार्य विश्व पटल पर प्रशंसा प्राप्त कर रहा है। इस अवसर पर लायंस सिटी के अध्यक्ष रमेश सेठ, आनंद नारायण कपूर, शिवशंकर कपूर, प्रकाश टंडन को भी सम्मानित किया गया। मुकुंद लाल टंडन ने डा. अनुराग व डा. शालिनी एवं डा. शेखर को भी इस नेक मुहिम के लिए सम्मानित किया। कार्यक्रम में सिंधु विकास समिति के सदस्य राजेश संड, खत्री समाज के महामंत्री मुकेश कक्कड़, प्रदीप मेहरोत्रा, शम्मी खत्री, राजीव टंडन आदि को भी सम्मानित किया गया। संस्था से जुड़े डा. प्रियंका सेठ व डा. अर्चना नागर का भी सम्मान हुआ। ं