वाराणसी(काशीवार्ता)। बढ़ती गर्मी के प्रकोप को देखते हुए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। इससे उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली की आपूर्ति होती रहेगी। यह जानकारी डिस्काम के प्रबंध निदेशक शंभु कुमार ने ‘काशीवार्ता’ को दी। उन्होंने बताया कि विभिन्न जगहों पर लगे 1850 ट्रांसफार्मरों की क्षमता में वृद्धि कर दी गई है। जर्जर तारों को आरडीएसएस स्कीम के तहत प्रत्येक जिले में बदलने का काम किया गया है। चाहे वह चार केवी के तार हों या 33 केवी की या एलएनटी की तारें हो। इन सबका सर्वे कराकर उन्हें बदलने का काम किया जा चुका है। ट्रांसफार्मरों के मेंटनेंस का कार्य स्पाट पर ही कराया जा रहा है। ट्रांसफार्मरों के तेल बदलने, फ्यूज ठीक करने जैसे कई कार्य कराये जा रहे हैं। आंधी, तूफान से तार टूटने पर विद्युत आपूर्ति में आने वाली बाधाओं को कैसे दूर करेंगे के प्रश्न पर प्रबंध निदेशक ने बताया कि सड़क के किनारे लगे पेड़ों की टहनियों को कटवाने का काम किया जा रहा है। यह कार्य 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा। प्राइवेट कम्पनी द्वारा संविदाकर्मियों के ईपीजी के आठ करोड़ रुपए लेकर भाग जाने के सवाल पर कहाकि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए कम्पनी को ब्लैक लिस्टेड करने के बाद उनकी बैंक गारंटी जब्त कर ली गई थी। बाद में कम्पनी ने पूरा पैसा जमा कर दिया था। बड़े बकायेदारों के विरूद्ध कार्रवाई के सवाल पर एमडी ने कहाकि पांच लाख से अधिक के बकायेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। इस तरह का अभियान प्रत्येक जोन में चल रहा है।