अयोध्या में 24 घाट पर जलेंगे छह लाख दीप, खर्च होंगे 62 लाख रुपये


अयोध्या,। भगवान राम की नगरी अयोध्या में पांच अगस्त को भव्य राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद पडऩे वाली पहली दीपावली इस बार और अधिक रोशन होगी। कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में भी इस बार अयोध्या में चौथा दीपोत्सव अधिक भव्य होगा।

अयोध्या जिला प्रशासन ने शासन के सहयोग से इस बार दीपोत्सव का दायरा बढ़ा दिया है। इस बार अयोध्या में दीपोत्सव पर सरयू नदी के 24 घाट पर छह लाख दीप जलेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने दीपावली पर अयोध्या में वाॢषक दीपोत्सव को इस बार और भव्य रूप से मनाने के लिए सरयू के घाटों पर करीब छह लाख मिट्टी के दीपक जलाकर अपने पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोडऩे की योजना बनाई है।

अयोध्या में चौथे दीपोत्सव पर 62 लाख रुपये खर्च होंगे। रामनगरी में चौथे दीया-बाती से लेकर इसकी अन्य सामग्री की खरीदारी के लिए अवध विश्वविद्यालय ने टेंडर खोल दिया। सात फर्मों में से एक फर्म को न्यूनतम दर के आधार पर तकरीबन 31 वस्तुओं की आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है। टेंडर के बाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने फर्म के जिम्मेदार से बातचीत की। अब शुक्रवार को इनको वर्कऑर्डर दिया जाएगा।

62 लाख रुपये में दीपोत्सव में उपयोग होने वाले छह लाख दीये के साथ बाती व तेल की खरीदारी प्रमुखत: के आधार पर की जाएगी। इसके अतिरिक्त मोमबत्ती, माचिस, कपूर, छड़ी, बाल्टी, मग, टब, ठेलिया, खाना, मास्क, सेनिटाइजर आदि की आपूर्ति होगी। सभी सामग्री की आपूर्ति समय से पहले करने का निर्देश है। इसके अलावा दीपोत्सव के स्वयंसेवकों के लिए भोजन की व्यवस्था फर्म करेगी।

अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने राम की पैड़ी पर दीपोत्सव की तैयारी का निरीक्षण किया। उन्होंने घाटों का भ्रमण किया और स्वयंसेवकों से संवाद किया। कुलपति ने बताया कि इस बार भी रिकार्ड बनेगा। उन्होंने बताया कि पूरे कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 से बचाव को सजगता बरती जाएगी। सरकार की गाइड लाइन का सख्ती से अनुपालन किया जाएगा। इसके लिए सभी समितियों के समन्वयकों को निर्देशित किया गया है। कुलपति ने बताया कि राम की पैड़ी में सभी प्रवेशद्वारों पर थर्मल स्कैनिंग प्वाइंट होंगे, जहां मशीन से चिकित्सक सभी प्रवेशार्थियों का तापमान लेंगे।

इसी के बाद ही कोई भी व्यक्ति परिसर में दाखिल हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इसकी तैयारी पूरी हो गई है। विवि के एमपीएच (मास्टर ऑफ हेल्थ) विभाग के तकरीबन 25 चिकित्सक छात्रों को इसके लिए लगाया जाएगा। किसी भी सूरत में कोई कोरोना संदिग्ध पैडी के घाट पर प्रवेश नहीं पा सकेगा। कुलपति ने बताया कि दीपोत्सव में आठ हजार स्वयंसेवक लगेंगे और दो हजार रिजर्व होंगे। छह लाख दीये 24 घाटों पर लगाए जाएंगे। नोडल अधिकारी प्रो. शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि इसमें 20 स्वयंसेवी संस्थाएं, 15 महाविद्यालय व विवि कैंपस प्रमुख रूप से हिस्सा ले रहा है।