खूबसूरत दिखने के लिए महिला ने लिया 38 लाख रुपए का लोन


ब्रिटेन की काउंटी, बंकिंघमशायर की एक सिंगल मदर लंबे समय से खूबसूरत दिखने के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है। इसे वह मम्मी मेकओवर कहती है।
कौन है ये महिला- 32 साल की ट्रेसी किस के 2 बच्चे हैं और वो सिंगल मदर है। ट्रेसी ने इसके तहत नाक, छाती, बट इम्प्लांट्स, लेजर आई सर्जरी और अपने शरीर के अन्य गुप्तांगों की सर्जरी करवाई। उसका कहना है कि खूबसूरत दिखना उसकी सबसे बड़ी चाहत है और इसके लिए वह हमेशा प्रयासरत रहती है। नॉन सर्जिकल ब्यूटी के लिए मोल रिमूवल, बोटॉक्स और लिप फिलिंग भी उसने करवाई है, जिसके लिए उसने 42 लाख रुपए खर्च किए और उसमें से 38 लाख रुपए इस काम के लिए लोन लिया।
सोशल लाइफ की दी कुबार्नी- ट्रेसी का कहना है कि अपने इस जुनून के लिए उसने अपनी सोशल लाइफ में काफी कुर्बानियां की हैं। वो कहती हैं कि वे घूमने-फिरने में खर्च करने की अपेक्षा अपनी खूबसूरती पर पैसा खर्च करना ज्यादा बेहतर मानती हैं। उनका कहना है कि घूम-फिरकर आप सिर्फ कुछ यादें बढ़ा सकते हैं, लेकिन खूबसूरती आपके साथ हमेशा रहती है और इसके लिए उन्हें खर्च करना चाहिए।
कैसे आता है पैसा- उनका कहना है कि वे जॉब करती हैं और अपनी सैलरी में से हर साल 1 लाख की बचत मनचाही सर्जरी में खर्च करने के लिए करती हैं। उन्होंने अपना मकान भी नहीं खरीदा है और वे किराए के मकान में रहती हैं। जब वे सर्जरी करवाती हैं, तो उनके बच्चों की देखभाल उनकी मां करती हैं। क्योंकि उन्हें कई-कई हफ्तों तक अस्पताल में भी रहना होता है। हर महीना उन्हें अपने लोन पर 37 हजार रुपए कि इन्सटॉलमेंट देनी होती है।
सर्जरी मजबूरी में भी – ट्रेसी कहती हैं कि वे बेवजह और फालतू पैसा खर्च करने वालों में से नहीं हैं। इसलिए कार भी अपडेट नहीं करतीं, उनके पास आज भी 2012 मॉडल की पुरानी निसान कार है और नई व महंगी कार खरीदने की जगह वे अपनी सर्जरी में पैसा खर्च करती हैं और उनको अपनी कई सर्जरियां मजबूरन करवानी पड़ीं।
पूरा पैसा सर्जरी में इस तरह किया खर्च- उन्होंने अपनी नाक की सर्जरी स्पेन में करवाई जिसके लिए उन्होंने 3.71 लाख रुपए सर्जरी में खर्च किया। रेग्युलर बोटॉक्स, प्लस लिप, गालों, जबड़े और अंडर आई फिलर की खूबसूरती के लिए वे सालाना करीब 1 लाख रुपए खर्च करती हैं। ट्रेसी का कहना है कि उन्हें अपनी नाक की सर्जरी इसलिए करवानी पड़ी क्योंकि उनकी नाक की झिल्ली में समस्या थी और साल भर से वे मुंह से सांस ले रही थीं। उन्हें पास की चीजें देखने में भी परेशानी थी, इसके लिए उन्होंने चश्मे की जगह लेजर सर्जरी करवाई जिसमें उन्होंने 4.6 लाख रुपए खर्च किए। वे अपने इस खर्च को बोझ की तरह नहीं देखतीं बल्कि ये खुद पर किया गया इन्वेस्टमेंट है उनके लिए।