दुनिया के 9 अजूबों में से एक आगरा का ‘ताजमहल’ अपने आप में हजारों कहानियां समेटे हुए है। उत्तर प्रदेश का आगरा ‘ताजमहल’ के कारण दुनियाभर में मशहूर है। आगरा शहर की पहचान ही ताजमहल है। आगरा मुगलों की दूसरी राजधानी हुआ करता था। मुगल साम्राज्य की विरासत को देखना है तो दिल्ली के बाद आगरा ही है जो अपने आप में आज भी मुगलई नवाबी संजोय हुए है। यहां पर ताज का दीदार करने देश-दुनिया से लोग आते हैं। अगर आप भी आगरा घूमने आ रहे हैं तो हम आज इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि इस मुगलई शहर में ताज के अलावा और क्या-क्या खास है जिसका दीदार आप कर सकते है।
ताजमहल- भारत के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मकबरा है। इसका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में करवाया था। प्यार का प्रतीक ताजमहल अपनी इस्लामी वास्तुकला और संगमरमर के पत्थरों के लिए जाना जाता है। कहते है कि जब शाहजहाँ ने इस मकबरे को अपनी बेगल की याद में बनवाया था तो जिन कलाकारों ने ये ताजमहल बनाया था उनके हाथ कटवा दिए गये थे ताकि ऐसी इमारत दूसरी न बन सके। मोहब्बत की इस निशानी इस महल को बनाने में लगभग 22 साल लगे थे। यहां पर अगर आप जाते हैं तो पहले आप ताजमहल से जुड़ी कुछ जानकारी उनकी वेबसाइट से जरूर ले ले। ताजमहल हर शुक्रवार को बंद रहता है। नये नियम के मुताबिक अब पर्यटक ताजमहल में सिर्फ एक टिकट पर तीन घंटे ही बिता सकेंगे। टिकल का रेट भारतीयों के लिए 50 रुपए है और विदेशियों के लिए 1000 रुपये तक का है। यह सुबह 6 बजे से, शाम 6:30 बजे तक खुला रहता है।
आगरा का किला- दिल्ली के लाल किले की तर्ज पर बना आगरा का किला भी विश्व धरोहर है। अगर आप दिल्ली के लाल किला को देखते है और आगरा का किला देखा तो आपको दोनों में काफी समानताए देखने को मिलेंगी। भारत के मुगल सम्राट बाबर, हुमायुं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब आगरा के इस किले में रहा करते थे। इस गढ़ ने मुगल पूरे भारत पर अपना हुक्म चलाते थे। आगरा का किला अगर आप घूमने जाते हैं तो यहां के लिए आपको 50 रुपए की एंट्री टिकट लेनी होगी। यहां की सुबह बड़ी शानदार होती है। यह किला सुबह 6 बजे खुल जाता है और शाम 6 बजे बंद हो जाता है।
बुलंद दरवाजा- आगरा बहुत ही छोटा सा शहर है। यहां की रोड पर आपको दिल्ली की तरह ही ट्रेफिक मिल सकता है। अगर आपकों मुलग विरासत को देखना है तो आगरा से 39 किमी की दूरी पर स्थित है बुलंद दरवाजा की काफी मशहूर जगह है। आगरा से आप एक घंटे में यहां पहुंच जाएंगे। बुलंद दरवाजे का निर्माण लाल और बदामी रंग के बलुआ पत्थर से किया गया है। यह इमारत भी काफी खूबसूरत है। यह सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। 20 रुपए की इसकी एंट्री टिकट है।
आगरा की जामा मस्जिद- मुगलई खाना और असली बिरयानी का स्वाद चखना है तो आपको यह सबकुछ आगरा की जामा मस्जिद के पास की दुकानों पर मिलेगा। जामा मस्जिद के पास का एरिया खाने-पीने के लिए काफी फेमस है। यहां पर लोग कबाब खाने के लिए आते है। साथ ही यहां की जामा मस्जिद भी पर्यटकों के लिए घूमने का केंद्र बिंदु है। इसे शुक्रवार की मस्जिद भी कहा जाता है। यह सामूहिक मस्जिद है। यहां पांचो टाइम नवाज होती है। रात के समय काफी चहल-पहल रहती है।