योगी आदित्यनाथ का आरोप- सपा, बसपा और कांग्रेस ने महाराज सुहैलदेव को नहीं दिया सम्मान


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने आक्रांता सालार मसूद को मार गिराने वाले महाराजा सुहैलदेव को कभी सम्मान नहीं दिया। योगी ने बहराइच में कहा कि महाराज सुहैलदेव के नाम पर कोई संस्थान होना एक सपना था,लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे हकीकत में बदल दिया। उन्होंने कहा कि महाराज सुहैलदेव और महर्षि वाल्मीकि के नाम पर मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया जा चुका है तथा महाराज सुहैलदेव का भव्य स्मारक भी बनाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जनविश्वास यात्रा शुक्रवार को बहराइच जनपद में पहुँची जहां योगी ने लोगों से कहा कि पिछले पांच वर्ष के दौरान भाजपा की सरकार ने जो कार्य किए हैं, उस पर आपका विश्वास पाने के लिए यह यात्रा आई है। उन्होंने कहा कि आज ही 75 जनपदों के लिए 500‘हेल्थ वेलनेस सेंटर’ और 250 आयुष केन्द्रों का उद्घाटन किया गया है जो चिकित्सा क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी आक्रांता सालार मसूद को मार गिराने वाले महाराज सुहैलदेव को सम्मान देने का काम भाजपा की सरकार ने ही किया है। उन्होंने कहा कि महाराज सुहैलदेव के अनुयायी कभी किसी के आगे नहीं झुक सकते। वहीं, देवरिया पहुंची जनविश्वास यात्रा के दौरान आयोजित सभा को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश विकास का नया इतिहास लिखा जा रहा है और भाजपा सरकार में गांव, गरीब, किसान, नौजवान सभी के हित के काम हो रहे हैं। 

मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार में कोरोना काल में सभी जरूरतमंदों के घर मुफ्त राशन दिया गया। उन्होंने कहा कि 2022 में भाजपा फिर से सरकार बनाएगी। उन्होंने लोगों से भाजपा को अगले चुनाव में फिर से सत्ता में लाने की अपील की। फतेहपुर पहुंची भाजपा की जनविश्वास यात्रा में उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा किपहले तो विपक्ष के नेता अपनी यात्रा में मंदिर नहीं जाते थे, भजन कीर्तन वालों से दूर रहते थे और भगवा पहनने वालों को देख लें तो उन्हें ‘‘करंट’’ ही लग जाता था। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र के आधार पर सरकार चलाई है जबकि पिछली सरकारें कुछ विशेष लोगों के तुष्टीकरण में लगी रहती थीं।