18+ वालों को लगने लगी बूस्टर डोज, पहले दिन का आंकड़ा ये रहा


देश में कोरोना के मामले धीरे-धीरे काफी कम हो गए हैं। लेकिन इस महामारी के खिलाफ लड़ाई जारी है। वैक्सीनेशन अभियान लगातार चलाया जा रहा है। इस बीच एक और बड़े मिशन का आगाज हो गया।  कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान का अगला चरण रविवार यानी 10 अप्रैल से शुरू हो गया। 18 साल से ऊपर के लोगों को प्राइवेट वैक्सीन सेंटर से बूस्टर या फिर प्रीकॉवस्न डोज लगाई जाने लगी। केंद्र सरकार की ओर से वैक्सीन की दोनों डोज के बाद बूस्टर डोज देने का ऐलान 8 अप्रेल को किया गया। 

पहले दिन लगे इतने बूस्टर डोज

भारत के निजी टीकाकरण केंद्रों पर 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक देना 10 अप्रैल को शुरू किया गया।  देश में 18 वर्ष से 59 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को पहले दिन कोविड-19 टीके की कुल 9,674 एहतियाती खुराक दी गईं और इसी के साथ देशभर में दी गई खुराकों की कुल संख्या बढ़कर 185.74 करोड़ हो गई।  टीके की पहली और दूसरी खुराक लगी होगी, एहतियाती खुराक भी उसी टीके की लगाई जाएगी और निजी टीकाकरण केंद्र टीके की कीमत के अलावा सेवा शुल्क के तौर पर 150 रुपये अतिरिक्त ले सकते हैं। 

 60 साल से ऊपर के लोगों को फ्री में बूस्टर डोज

अब तक 60 साल से ऊपर के लोगों को ही बूस्टर डोज दी जा रही थी। सरकार की तरफ से ये भी साफ कर दिया गया कि  एहतियातन खुराक सिर्फ 60 साल के ऊपर के बुजुर्गों को ही फ्री में लगाई जाएगी। कम उम्र के लोगों को वैक्सीन का भुगतान करना होगा। 18 साल के ऊपर के लोगों को प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर में एहतियातन टीका लगाया जा रहा है। 

नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं

बूस्टर डोज के लिए किसी नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी क्योंकि सभी लाभार्थी पहले से ही कोविन पोर्टल पर रजिस्टर्ड हैं। सभी टीकाकरण अनिवार्य रूप से ‘कोविन’ मंच पर दर्ज किए जाएंगे और ‘ऑनलाइन पंजीकरण’ और ‘वॉक-इन’ पंजीकरण एवं टीकाकरण के दोनों विकल्प निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों (सीवीसी) पर उपलब्ध होंगे। निजी सीवीसी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार टीकाकरण स्थलों का रखरखाव करेंगे।