चौराहों का सुंदरीकरण तो ठीक पर जाम से मुक्ति कब…?


वाराणसी (काशीवार्ता)। शहर के चौराहों के सुंदरीकरण की वृहद योजना नगर निगम ने तैयार कर ली है। दरअसल अप्रैल में जी-20 सम्मेलन होने वाला है। इसके लिए करोड़ों रुपये के टेंडर भी होंगे, लेकिन नगरवासियों के मन में एक ही सवाल बार-बार उठता है कि इन चौराहों पर रोज लगने वाले जाम से कौन मुक्ति दिलाएगा…? बताया जाता है कि बीस देशों के राष्टÑ अध्यक्षों के आगमन को लेकर नगर निगम ने वृहद योजना तैयार की है। इसके अंतर्गत दस खंडों में चौराहों, रोड क्रसिंग को बांटकर सुंदरीकरण किया जायेगा। इसके अंतर्गत एयरपोर्ट से होटल ताज नदेसर तक, बाबतपुर त्रिमुहानी से संत अतुलानंद स्कूल कचहरी अम्बेडकर चौराहा, माल रोड, पुलिस लाइन, सर्किट हाउस क्रासिंग के अलावा चौकाघाट से रूद्राक्ष सेंटर तक तेलियाबाग वाया मरीमाई, मलदहिया व साजन क्रासिंग को लिया गया है। नदेसर से टीएफसी, रूद्राक्ष से बीएचयू, सिगरा, रथयात्रा, कमच्छा, भेलूपुर, विजया, रवींद्रपुरी, लंका व बीएचयू क्रासिंग तथा चौकाघाट से काशी विश्वनाथ धाम, लहुराबीर, पिपलानी, व मैदागिन क्रासिंग, चौकाघाट से नमो घाट-लकड़ी मंडी कज्जाकपुरा, नमो घाट सिटी रोड, काशी विश्वनाथ धाम से गोदौलिया, गिरजाघर, सोनारपुरा, पुलिस लाइन से सारनाथ के बीच आशापुर, चौखण्डी स्तूप तक के चौराहों के सुंंदरीकरण की वृहद योजना तैयार कर ली गई है। चौराहों के सुंदरीकरण के लिए फूलों के गमले, बिजली के झालर, कुछ पेटिंग, सड़क और डिवाइडरों की रंगाई के अलावा और भी बहुत कुछ करना है।
अगर इन सभी स्थानों की वर्तमान दशा का अवलोकन किया जाये तो उनमें से ज्यादातर चौराहे व रोड क्रासिंग प्रतिदिन जाम की चपेट में रहते हैं। दरअसल सड़क के दोनों तरफ ठेले-खोमचे वालों के साथ फुटपाथ पर अवैध कब्जा करने वालों की भरमार होती है और अतिक्रमण हटाने के नाम पर प्रतिदिन चलने वाले निगम के अभियानों का उनकी सेहत पर कोई असर नहीं होता। जाम के चलते वाहन सड़कों पर धुंआ छोड़ते हुए रेंगते नजर आते है। इससे शहर वालों की सेहत पर कितना असर पड़ेगा, ये सोचने वाला कोई नहीं है। ट्रैफिक होमगार्ड भी केवल यातायात दुरूस्त रखने का कोरम पूरा करने हैं।
जी-20 की तैयारी : 29 किलोमीटर में होगी पेंटिंग
वाराणसी में होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारी में वैसे तो पूरा जिला प्रशासन मुस्तैद है पर विकास प्राधिकरण भी कुछ कम नहीं है। इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है जो 29 किलोमीटर के मार्ग में भवनों पर पेंटिंग का काम कराएगा। प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया कि टीएफसी सारनाथ व रूद्राक्ष तक के 6 किलो मीटर मार्ग के दोनों तरफ के भवनों को प्रथम चरण में लिया गया है। उन्होंने बताया इस कार्य को कराने के लिए चौसठ फर्मों को लगाया गया है। इसमें बीएचयू, काशी विद्यापीठ, बीएसए और डीएसओ को शामिल किया गया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वह अपने घरों के सुंदरीकरण में अपना पूरा सहयोग दें।